झारखंड: आजीवन कारावास की सजा काट रहे 141 कैदी होंगे रिहा Ranchi News
Jharkhand. मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में राज्य सजा पुनरीक्षण बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। 153 कैदियों की सूची में 12 कैदियों पर विचार नहीं हुआ।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई राज्य सजा पुनरीक्षण बोर्ड की बैठक में राज्य की जेलों से आजीवन कारावास के 141 कैदियों को रिहा करने पर सहमति बन गई। बोर्ड के सामने 153 कैदियों की सूची रखी गई थी, जिसमें 12 कैदियों पर विचार नहीं किया गया। उनके मामले अस्वीकृत कर दिए गए। मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सजा काट चुके कैदियों को भी सामान्य जिंदगी जीने का हक है। उन्होंने जाने-अनजाने में जो गलती की थी, उसकी सजा उन्हें मिल गई है।
अब उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करना समाज के हर व्यक्ति का काम है। भारत का संविधान सभी को सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार देता है। कई ऐसे भी मामले सामने आते हैं, जिसमें कैदी सजा काट चुका होता है, लेकिन गरीबी के कारण कानूनी सहायता उपलब्ध नहीं होने से वह बरी होने से वंचित हो जाता है। प्रत्येक तीन महीने में पर्षद की बैठक कर ऐसे मामलों का तुरंत निपटारा किया जाना चाहिए।
उन्होंने विभाग को आदेश दिया है कि प्रत्येक तीन महीने पर राज्य सजा पुनरीक्षण बोर्ड की बैठक कर 14 साल से अधिक सजा काट चुके कैदियों को छोडऩे पर विचार करें। रिहा हुए बंदियों को मुख्यधारा से जोडऩा हर व्यक्ति का कर्तव्य है। राज्य सजा पुनरीक्षण बोर्ड की बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, डीजीपी कमल नयन चौबे, कारा महानिरीक्षक शशि रंजन सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे।