Move to Jagran APP

Chamoli Tragedy: झारखंड के 14 श्रमिक अब भी लापता, 29 सुरक्षित; 3 अफसरों को भेजा चमोली

Jharkhand News Chamoli Tragedy चमोली हादसा में झारखंड के 29 लोगों का पता चल गया है। वे सुरक्षित हैं और झारखंड वापस आना चाहते हैं। वहीं 14 लोगों का अभी भी पता नहीं चल पाया है। लोहरदगा के 9 रामगढ़ के 4 तथा बोकारो के एक श्रमिक लापता हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 12 Feb 2021 07:34 AM (IST)Updated: Fri, 12 Feb 2021 09:35 PM (IST)
Chamoli Tragedy: झारखंड के 14 श्रमिक अब भी लापता, 29 सुरक्षित; 3 अफसरों को भेजा चमोली
Jharkhand News, Chamoli Tragedy: चमोली में लोहरदगा के 9, रामगढ़ के 4 तथा बोकारो के एक श्रमिक लापता हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News, Chamoli Tragedy उत्तराखंड के चमोली हादसा में प्रभावित झारखंड के 29 लोगों का पता चल गया है। वे सुरक्षित हैं और झारखंड वापस आना चाहते हैं। वहीं, 14 लोगों का अभी भी पता नहीं चल पाया है। राज्य सरकार द्वारा स्थापित स्टेट कंट्रोल रूम को मिली जानकारी के अनुसार, चमोली में काम कर रहे लोहरदगा के नौ, रामगढ़ के गोला के चार तथा बोकारो के पेटरवार के एक लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। उन्हें खोजने के लिए उत्तराखंड सरकार तथा वहां के जिला प्रशासन से लगातार संपर्क किया जा रहा है।

loksabha election banner

इधर, मुख्यमंत्री के निर्देश पर लोहरदगा, रामगढ़ तथा लातेहार के श्रम अधीक्षकों को चमोली भेजा गया है। तीनों जिले के श्रम अधीक्षक वहां के जिला प्रशासन के साथ मिलकर अपने-अपने जिले के फंसे/लापता लोगों को ढूंढ़कर उन्हें झारखंड वापस लाने का काम करेंगे। जिन लोगों का अभी तक सुरक्षित होने का पता चल पाया है उनमें लातेहार के दस, जामताड़ा के मिहिजाम के सात, रामगढ़ के दुलमी के सात, बोकारो के पेटरवार के तीन, हजारीबाग के दो लाेग शामिल हैं।

गुरुवार को चमोली में काम कर रहे रामगढ़ के मिथिलेश कुमार ने स्टेट कंट्रोल रूम को जानकारी दी कि उनके अलावा नौ लोग सुरक्षित हैं। इनमें रामगढ़ के दुलमी के सात तथा बोकारो के पेटरवार के तीन लाेग शामिल हैं। वे सभी झारखंड लौटना चाहते हैं। ये सभी चमोली के एनटीपीसी के पावर प्रोजेक्ट के रूप में काम कर रहे थे। मिथिलेश कुमार ने अपनी परेशानी बताते हुए झारखंड सरकार से सुरक्षित वापस बुलाने का आग्रह करते हुए यह भी बताया कि ठेकेदार द्वारा उन्हें पूरा वेतन नहीं दिया जा रहा है।

17 हजार रुपये के वेतन पर उन सभी को रखा गया था, लेकिन ढाई माह काम करने पर भी एक माह का ही वेतन दिया गया। अन्य सभी को भी डेढ़ माह का ही वेतन दिया गया। इधर, दुमका के 16 मजदूरों ने कंट्रेाल रूम को फोन कर जानकारी दी कि वे सभी प्रभावित क्षेत्र से काफी दूर काम कर रहे थे।

झारखंड के मजदूरों को खोजने में मदद करे उत्तराखंड सरकार

सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को चमोली में झारखंड के 14 लोगों के लापता होने की जानकारी देते हुए उन्हें खोजने तथा सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है। इसे लेकर उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि इन लोगों के अभी तक नहीं मिलने से परिजन काफी परेशान हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.