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लवकुश के निशाने पर रहे इंजीनियर की पत्‍‌नी के खाते से 14.90 लाख की निकासी

रांची : एक करोड़ की रंगदारी के लिए कुख्यात अपराधी इंइंजीनियर समरेंद्र की पत्‍‌नी के खाते से 14 लाख की निकासी क्लोन चेक के द्वारा कर ली गई है। ऐसा बैंक की मिली भगत से संभव हो सका है। समरेंद्र की पत्‍‌नी ने मामले की शिकायत अरगोड़ा थाने में की है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Apr 2018 07:16 AM (IST)Updated: Wed, 11 Apr 2018 07:16 AM (IST)
लवकुश के निशाने पर रहे इंजीनियर की पत्‍‌नी के खाते से 14.90 लाख  की निकासी
लवकुश के निशाने पर रहे इंजीनियर की पत्‍‌नी के खाते से 14.90 लाख की निकासी

रांची : एक करोड़ की रंगदारी के लिए कुख्यात अपराधी लवकुश शर्मा के इशारे पर रहे इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद की पत्‍‌नी कांति कुमारी के खाते से 14.90 लाख रुपये की निकासी कर ली गई। इसे लेकर अरगोड़ा थाने में कांति कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। कांति कुमारी ने बताया कि यह निकासी बैंक कर्मियों की मिलीभगत से हुई है। खाते से अवैध निकासी की जानकारी लेने जब हरमू रोड स्थित एसबीआइ शाखा पहुंची तो बैंक मैनेजर ऋचा बोलीं कि आप चेक जमा करवा दें, अपका पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा।

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कांति ने बताया कि उनका खाता एकलव्य प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हैं। वे कंपनी की एमडी हैं। कंपनी के खाते से एक लाख रुपये की निकासी के लिए वह 27 मार्च को बैंक शाखा पहुंची थीं। उन्होंने निकासी के लिए चेक जमा किया, तो उन्हें बताया गया कि उनके खाते में मात्र 12 हजार रुपये हैं। बैंक की ओर से जानकारी दी गई कि दस जनवरी 2018 को उनके खाते के क्लोन चेक नंबर 223047 से छह लाख, 16 जनवरी को क्लोन चेक नंबर 223048 से तीन लाख और 16 फरवरी को क्लोन चेक नंबर 223049 से 5.90 लाख रुपये की निकासी कर ली गई। जबकि संबंधित चेक उनके चेकबुक पर मौजूद है। बताते चलें कि कांति कुमारी पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद की पत्‍‌नी हैं। इंजीनियर को रंगदारी मामले में शहर के निगम पार्क के समीप गोली मारी गई थी।

बैंक मैनेजर ने मांगा था सत्यापन के लिए समय :

बैंक मैनेजर से जब कांति कुमारी ने निकासी का विवरण मांगा तो सत्यापन के लिए 72 घंटे का समय मांगा गया। समय मांगने के बाद मैनेजर बोलीं कि एकलव्य कंपनी के किसी स्टाफ की मिलीभगत सामने नहीं आई है। लेकिन यह बात ऊपर के अधिकारियों के पास नहीं जानी चाहिए। यह बात कहते हुए बैंक मैनेजर ,सर्विस मैनेजर समेत अन्य अधिकारियों ने कांति कुमारी को मैनेज करने की कोशिश की। लेकिन वे साक्ष्य मिटाने में बैंक अधिकारियों का साथ देने के बजाए मामला अरगोड़ा थाने लेकर पहुंची । पुलिस ने इसकी छानबीन शुरू कर दी है। एसएमएस अलर्ट का नंबर भी बदला :

प्राथमिकी में कांति कुमारी ने बताया है कि उनके खाते से निकासी संबंधी मैसेज उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस अलर्ट से मिल जाता है। लेकिन बैंक अधिकारियों ने साजिश के तहत संबंधित नंबर भी बदल दिया। ताकि रुपये की निकासी की जानकारी उन्हें न मिल सके।

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पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले

केस 1 :

जनवरी 2018 में कोकर औद्योगिक क्षेत्र के स्पीडो प्रिंटर्स के खाते से क्लोन चेक के माध्यम से 1.52 लाख रुपये की निकासी कर ली गई थी। कंपनी के प्रोपराइटर सुचित्रा अग्रवाल ने डेली मार्केट थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उनके खाते के रुपये अमित बाखला, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, गुमला ब्राच खाता संख्या 596602010006000 में एनईएफटी के माध्यम से ट्रांसफर हो गए थे। केस 2

क्लोन चेक के माध्यम से बैंक ऑफ इंडिया लालपुर ब्रांच के मेसर्स आनंद कंस्ट्रक्शन के खाते से 4 दिसंबर 2017 को 5.35 लाख रुपये की अवैध निकासी हुई, दोबारा 2.35 लाख की निकासी के दौरान अभिषेक नाम का आरोपित पकड़ा गया था। उसकी गिरफ्तारी 6 दिसंबर 2017 को हुई थी।


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