सूख गया कुआं, हैंडपंप ने दिया जवाब
संवाद सूत्र घाटो(रामगढ़) सीसीएल हजारीबाग प्रक्षेत्र अंतर्गत परेज पूर्वी उत्खनन परियोजना के पर
संवाद सूत्र, घाटो(रामगढ़): सीसीएल हजारीबाग प्रक्षेत्र अंतर्गत परेज पूर्वी उत्खनन परियोजना के परेज कालोनी से लेकर परेज चौक, रहमत नगर, आजाद नगर आदि जगहों में गर्मी के आहत होते ही पानी के लिए हाहाकार मचा गया है। परेज में वर्षों पूर्व विधायक खीरू महतो द्वारा विधायक मद से 12 हैंडपंप लगाया गया था, जो सभी हैंडपंप बेकार पड़ा है। किसी भी हैंडपंप में पानी नहीं है।
वहीं प्रबंधन द्वारा चार बोरिग कराया गया था। जिसमें तीन बोरिग बेकार पड़ा है। वहीं एक बोरिग में पानी लेने के लिए लंबी लाइन में लोगों को घंटों तक खड़ा रहना पड़ता है। वह भी बोरिग सुबह-शाम एक घंटे के लिए खुलती है। इस बोरिग से बेहद कम पानी गिरता है। इसके कारण कई बार पानी के लिए मारपीट की घटनाएं भी हो जाती है। परियोजना का जलापूर्ति विभाग सफेद हाथी बनकर रह गया है। सप्ताह में एक बार भी ढंग से पानी की आपूर्ति नहीं कर पाता। हैंडपंप व कुआं में पानी नहीं होने के कारण परेज की महिलाएं खदान से निकलने वाले काला पानी में कपड़ा धोने व घर में पानी ले जाकर नहाने को मजबूर हैं। परेज का एकमात्र तालाब का पानी बदबूदार हो गया है। इंटक के सीसीएल हजारीबाग एरिया सचिव अशोक गंझू ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन के उदासीन रवैये के कारण परेज इलाके में पानी की समस्या बरकरार है। अगर खदान के पानी को नाले में नहीं बहाकर वाटर सप्लाई में गिराता, और उसको साफ कर आए दिन सप्लाई करता, तो पानी की समस्या दूर हो जाती। वहीं तालो मांझी ने कहा कि खदान की गहराई अधिक होने के कारण हैंडपंप बोरिग व कुआं में पानी नहीं है। वर्कशॉप के बगल से ही बोकारो नदी गुजरता है, अगर प्रबंधन वहां से जलापूर्ति करती, तब भी पानी की समस्या दूर हो जाता।