स्कूलों में लौटी रौनक, छात्रों के चेहरे पर मुस्कान
संवाद सहयोगी रामगढ़ पिछले साल मार्च में सब कुछ अचानक बंद हो गया और इस मार्च में स्कूलों
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : पिछले साल मार्च में सब कुछ अचानक बंद हो गया और इस मार्च में स्कूलों की रौनक लौटने लगी है। सिनेमा हॉल में भी डायलाग गूंजने लगे। जीवन पटरी पर लौटने लगा है। अब बाजार में रौनक छाने लगी है। कोरोना संक्रमण में जीवन को बेतरतीब कर दिया था। अब धीरे-धीरे जिंदगी की गाड़ी पटरी पर लौट रही है।
एक लंबे अंतराल के बाद स्कूलों में एसेंबली का आयोजन किया गया। यहां पर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करते देखा गया। स्कूल में पहुंचे आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को मास्क लगाने, सैनिटाइज सहित थर्मल स्क्रीनिग की गई। फर्स पर गोल घेरा बनाकर हर बच्चे को खड़ा किया गया था। उसके बाद स्कूल में जाने की अनुमति दी गई। स्कूल के अंदर बच्चों को एक बेंच पर बैठने की व्यवस्था की गई थी। जिले में 260 संचालित वैसे स्कूल जो आठवीं कक्षा तक हैं उनमें सरकार के गाइडलाइन का पालन किया गया। एमडीएम का भी वर्षों बाद संचालन किया गया। बच्चों को एमडीएम भी दिया गया। वैसे 2020-21 के डाटा अनुसार जिले में 9, 844 बच्चे आठवीं कक्षा में अध्ययनरत है। पहले दिन अमूमन काफी कम बच्चे स्कूल पहुंचे थे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्कूल आने वाले बच्चों के अभिभावकों से सहमति पत्र सह घोषणा पत्र भी लिया गया था। इधर, शहर में स्थित दो सिनेमा हॉल में एक राजीव पिक्चर पैलेस बंद रहा। वहां पर मुख्य गेट पर ताला लटका रहा। जबकि दूसरा न्यू शांति पिक्चर पैलेस में पहले दिन हॉलीवुड फिल्म दिखाई गई। काफी कम संख्या में दर्शक पहुंचे थे। शहर में एक मात्र पॉर्क होने के कारण दर्शक वहां पहुंचे और मायूस होकर लौट पड़े। अभी छावनी परिषद की ओर से आदेश नहीं मिला है। इधर, करीब ग्यारह माह बाद जन जीवन सामान्य होने की स्थिति में लोगों में उत्साह के साथ तसल्ली भी देखी गई।
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सरकारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। पहले दिन काफी कम बच्चे पहुंचे है। उन्हें एमडीएम भी दिया जा रहा है। हाथ धुलाई समय-समय पर कराकर, मास्क, थर्मल स्क्रीनिग व सैनिटाइज कराया जा रहा है। कक्षा में भी छह फीट की दूरी पर बैठाया गया है।
-रघुवंश पाठक।
प्रधानाध्यापक, राजकीय बुनियादी विद्यालय, रामगढ़ ।
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उपायुक्त को लिखित दिया है। सिनेमा हॉल तो खोल दिया गया है। पहले दिन काफी कम दर्शक पहुंचे है। सरकार के गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। काफी लंबे समय तक हॉल बंद रहा है। पहले दिन हॉलीवुड की फिल्म लगाई गई है। कर्मचारी भी लंबे समय बाद काम पर लौटे है।
-शिवशंकर वर्णवाल।
संचालक, न्यू शांति पिक्चर पैलेस, रामगढ़ ।
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काफी लंबे समय बाद स्कूल आने के बाद अजीब सा लग रहा है। स्कूल में पूर्व की तरह कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है। अन्य कक्षाएं बंद है। बस आठवीं कक्षा के ही अपने कुछ सहपाठी दिखाई दे रहे है। उसके बाद सामान्य की यानी की पूर्व की तरह हम सभी नहीं दिख रहे है।
-कविता कुमारी।
छात्रा।
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स्कूल आकर बहुत ही उत्साह छा गया है। लंबे समय बाद स्कूल आने को लेकर मन में काफी उत्सुकता थी। यहां पर शिक्षकों व अपनी सहेलियों के साथ सीधे तौर पर कनेक्ट होंगे। स्कूल में तो इससे उलट हुआ। यहां तो सबकुछ बदला सा दिखाई दे रहा है। कोरोना का माहौल से उबरने की कोशिश हो रही है।
-लक्ष्मी कुमारी।
छात्रा।