औद्योगिक क्षेत्र में विश्वकर्मा पूजा पर नहीं दिख रहा उत्साह
देवांशु शेखर मिश्र रामगढ़ वैसे तो औद्योगिक क्षेत्र रामगढ़ में विश्वकर्मा पूजा के दौरान अलग है।
देवांशु शेखर मिश्र, रामगढ़ : वैसे तो औद्योगिक क्षेत्र रामगढ़ में विश्वकर्मा पूजा के दौरान अलग ही उत्साह दिखता था लेकिन इस बार वैसी स्थिति नहीं है। चोरों ओर से औद्योगिक इकाईयों से घिरा रामगढ़ में मजदूर विश्वकर्मा पूजा को पूरे उत्साह के साथ मनाते आ रहे हैं। लेकिन इस बार कोरोना ने औद्योगिक क्षेत्र में उत्साह का अवसर सीमित कर दिया है। निजी औद्योगिक इकाईयों के संचालक पूजा में भी शारीरिक दूरी का पूरा पालन कर रहे हैं। पूर्व की तरह तरह किसी को पूजा में आमंत्रित नहीं किया जा रहा है। उन्हें प्रसाद देने-लेने में भी रिस्क दिख रहा है। वर्तमान में सीसीएल, टिस्को, जिदल, पूर्व में पीटीपीएस और उसी जमीन पर हाल के वर्षाें में स्थापित एनटीपीसी सहित कई निजी औद्योगिक इकाईयां जिले की पहचान हैं। जानकारों की मानें तो क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व से ही पूजा की तैयारियां शुरू हो जाती थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं दिख रहा है। कोरोना ने इस बार लोगों के उत्साह पर भी आघात किया है। हर काम के आगे शारीरिक दूरी का अनुपालन व जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या से इसका असर बाजारों पर दिख रहा है। वाहन सहित इकाईयों को सजाने-संवारने के लिए सजावट के सामान की दुकानें भी पिछले वर्ष की अपेक्षा कम ही लगी हैं। लाजमी भी है कि खरीदार भी उसी अनुपात में दुकानों तक पहुंच रहे हैं। वैसे कोराना संक्रमण काल के बावजूद कई स्थानों पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। शहर में प्रमंडलीय विद्युत कार्यालय सहित छावनी परिषद कार्यालय, नई सराय सब स्टेशन, रांची रोड में छोटे-छोटे पंडाल बनाकर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाएगी। बताया जाता है कि जिले में विश्वकर्मा पूजा की अलग ही उत्साह दिखता था। विश्वकर्मा पूजा के दौरान बरकाकाना केंद्रीय कर्मशाला वर्कशॉप में आकर्षक विद्युत सज्जा होती थी। एक दर्जन से अधिक मूर्तियां स्थापित की जाती थी। जहां घूमने के लिए जिले के काफी संख्या में लोग पहुंचते थे। इसी तरह टिस्को आदि इलाके में भी आकर्षक विद्युत सज्जा की जाती थी। लेकिन इस बार कोरोना व शारीरिक दूरी ने लोगों के उत्साह पर पानी फेर दिया है।
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कोट-----
शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अपने प्लांट में मूर्ति पूजा करेंगे। पूजा के दौरान किसी भी अतिथि को नहीं बुलाया है। सबसे बड़ी समस्या प्रसाद देने और लेने में है। पूजा के दौरान केवल फर्ज अदायगी की जाएगी। शारीरिक दूरी के साथ मूर्ति पूजन में पुजारी और यजमान ही मौजूद रहेंगे।
राधेश्याम अग्रवाल, उद्योगपति, रामगढ़।