हड़ताल को ले श्रम संगठनों ने झोंकी ताकत
हड़ताल कोयला उद्योग में तीन दिवसीय हड़ताल शुरू श्रम संगठनों ने झोंकी ताकत संवाद सूत्र रजरप्पा(रामगढ़) कोयला उद्योग में कॉमर्शियल माइनिग लाने और केंद्र सरकार की
संवाद सूत्र, रजरप्पा(रामगढ़) : कोयला उद्योग में कॉमर्शियल माइनिग लाने और केंद्र सरकार की कथित मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ संयुक्त मोर्चा द्वारा गुरुवार को हड़ताल का व्यापक असर देखा गया। सुबह होते ही विभिन्न मजदूर संगठन के नेताओं ने कार्यस्थल पर जाकर काम रुकवा देने के बाद केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ नारेबाजी भी की। रजरप्पा क्षेत्र में कुल 16 हजार एक सौ कामगारों ने शत प्रतिशत गैरहाजिर जाकर हड़ताल का समर्थन किया। इसके कारण खदान क्षेत्र में कोयला उत्पादन पूरी तरह से ठप रहा। इसी प्रकार कोल वाशरी से भी रैक लोडिग नहीं हुई। यहां का वास्ड कोल विभिन्न स्पात संयंत्र में भेजा जाता है। यहां से बोकारो, विशाखापट्टनम और भिलाई इस्पात संयंत्रों में कोयला भेजा जाता है। परंतु हड़ताल के कारण गुरुवार को कोई भी रैक नहीं गया। सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ रजरप्पा क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव अनिल प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों से कोयला मजदूरों में आक्रोश है। इसलिए तीन दिवसीय हड़ताल ऐतिहासिक बनाएंगे। उन्होंने हड़ताल के पहले दिन को शत-प्रतिशत सफल बताया। इधर हड़ताल के कारण कोयला उत्पादन में लगे बड़ी-बड़ी मशीनें खड़ी हो गई। जिसके कारण खदान में सन्नाटा देखा गया। सेक्शन 3 खदान के अलावे बेस वर्कशॉप, रीजनल स्टोर, जीएम ऑफिस, कोलवाशरी प्लांट, सिल्वर जुबली अस्पताल और पानी टंकी में भी कामकाज ठप रहा। हड़ताल को सफल बनाने में सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के क्षेत्रीय सचिव अनिल प्रसाद और अखिल झारखंड कोयला श्रमिक संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष रविद्र वर्मा, भामसं के अर्जुन मंडल, कोलफील्ड मजदूर यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष चंदेश्वर सिंह, राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ (ददई गुट) के राजेंद्रनाथ चौधरी और हाजी अख्तर, राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के आरपी सिंह, एटक के अरुण चौधरी और करमा मांझी, झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के महेंद्र मिस्त्री सहित अमरनाथ वर्मा, नरेंद्र लाल दास, विशाल कुमार, चरित्र राम, सुरेंद्र झा, अलावा रामेश्वर महतो,अमरनाथ वर्मा, नरेंद्र लाल दास, विशाल कुमार, रामेश्वर महतो सहित कई लोग मौजूद थे।