40 साल पुराना राप्रवि सुइयाडीह को बंद करने का विरोध
गिद्दी (रामगढ़) : सुइयाडीह ग्रामीणों की बैठक सोमवार को गांव में हुई। इसमें 40 साल से संचालित राजकीय
गिद्दी (रामगढ़) : सुइयाडीह ग्रामीणों की बैठक सोमवार को गांव में हुई। इसमें 40 साल से संचालित राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुईयाडीह को विलय कर बंद करने की साजिश का विरोध किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि सुइयाडीह आदिवासी बहुल गांव है। सुइयाडीह विद्यालय का विलय बसकुदरा विद्यालय में किया गया है। सुइयाडीह से बसकुदरा विद्यालय की दूरी करीब तीन किलो मीटर है। जबकि शार्ट रास्ते से जाते हैं तो करीब डेढ़ किलो मीटर होगा। जबकि इस मार्ग से दो नाला पड़ता है। बरसात में बच्चे इस मार्ग से नहीं जा पाएंगे। ऐसी स्थिति में आदिवासी समाज के बच्चें शिक्षा से वंचित रह जाएंगे। ग्रामीणों ने सरकार के इस नीति का विरोध करते हुए कहा कि सरकार गरीब तबके के बच्चों को अनपढ़ बनाना चाहती है।
ग्रामीणों ने कहा कि सुइयाडीह के छोटे-छोटे बच्चे करीब तीन किलो मीटर का सफर तय कर बसकुदरा विद्यालय नहीं जाने देंगे। ग्रामीण गांव के बच्चे को गांव में ही रखकर शिक्षित बेरोजगार लड़कों के माध्यम से छोटे-छोटे बच्चों को शिक्षित करने का काम करेंगे। साथ ही विद्यालय को खुलवाने के लिए आंदोलन करने की बात कही। अंत में आगामी 30 जून को भुरकुंडा हुरूमगढ़ा में होने वाले हूल दिवस में गांव से अधिकाधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही।
बैठक की अध्यक्षता सोहराय किस्कू ने किया। जबकि रस्का हेम्ब्रम, संजय टुडू, सुनील किस्कू, धनु टुडू, बबलू हेम्ब्रम, प्रेम किस्कू, दिनेश टुडू, किशुन मुर्मू, ¨पटू हेम्ब्रम, सीताराम हेम्ब्रम, चंद्रकिशोर हेम्ब्रम, जैकी हेम्ब्रम, सरिता देवी, करमी देवी, गीता देवी, संगीता देवी, उर्मिला देवी, पार्वती देवी, पेरो देवी आदि उपस्थित थे।