कोरोना काल में झमाझम बारिश में भींगने से बचें
संवाद सहयोगी रामगढ़ भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों ने बुधवार को हुई झमाझम बारिश से
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों ने बुधवार को हुई झमाझम बारिश से राहत महसूस की, लेकिन लोगों को मौसम बदलने से कोरोना काल में कई अन्य बीमारियों के बढ़ने की आशंका सताने लगी है। इस वर्ष मई में दो दिनों से मौसम बदल गया है। झमाझम बारिश हो रही है। लोग इस बात से सहमे हैं कि मौसम ठंडा होने से बुखार, जुकाम, खासी, गले में खरास, सर्दी, लूज मोशन आदि बीमारियों की चपेट में न आ जाएं। यह बीमारियां इस समय कोरोना को बढ़ावा दे रही हैं। कोरोना के लक्षण के रूप में सामने आ रही हैं। ये कहीं कोरोना वायरस के लिए फायदेमंद न साबित हो जाएं। लोग बारिश में भींगने से भी बच रहे हैं।
उधर, तेज हवाओं ने बिजली व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। बिजली के तार पर कई जगह पेड़ की टहनियां गिर गई हैं। शहर सहित गांव अंधेरे में डूब गए हैं। कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए हैं। गरीबों की झोपड़ी के छप्पर उजड़ गए हैं। वैसे नदी और नालों में पानी जरूर भर गया है। सूख रहे कुंओं में जान आ गई है। उधर, किसानों का कहना है कि इस बारिश से उन्हें नुकसान हो रहा है।
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कोट --
कोरोना काल में बारिश से कई बीमारियां फैल सकती हैं। इसलिए लोगों को हर हाल में बारिश से बचना चाहिए। यह वर्षा ठीक नहीं है। कोरोना का टीका जरूर लगवाएं। जो लोग वैक्सीन की पहली डोज ले लिए हैं, दूसरी डोज भी लेना न भूलें। ऐसा करने से कोरोना कम प्रभावित करेगा।
- डा. गीता सिन्हा मानकी, सिविल सर्जन, रामगढ़।