दीपावली की रात भी बड़कागांव के लुरूंगा में हाथियों ने मचाया उत्पात
संवाद सूत्र भुरकुंडा (रामगढ़) बड़कागांव प्रखंड के गरसुल्ला पंचायत के लुरूंगा पहाड़ पर
संवाद सूत्र, भुरकुंडा (रामगढ़) : बड़कागांव प्रखंड के गरसुल्ला पंचायत के लुरूंगा पहाड़ पर पिछले कई दिनों से हाथियों का झुंड जमा हुआ है। दीपावली की रात भी हाथियों के झुंड ने गरसुल्ला के कई किसानों के खेत में रखे धान को नष्ट कर दिया। साथ ही फसलों को बर्बाद कर दिया। मालूम हो कि तीन-चार दिन पूर्व ही इसी क्षेत्र में हाथियों ने उत्पात मचाते हुए दर्जनों किसानों के फसलों को बर्बाद कर दिया था। पंचायत के मुखिया छकन बेदिया ने प्रखंड प्रशासन से किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। हाथियों ने बिगु बेदिया, जगरनाथ बेदिया, रामेश्वर बेदिया, सुलेमान तिर्की, राजू महतो, सुद्दी महतो, कमल महतो, महावीर महतो, रामकिशुन महतो, एरिक तिर्की, देवेंद्र ठाकुर, विशेश्वर महतो, केवल महतो, दुबेश्वर तुरी, जस्टिन तिर्की, यूस तिर्की आदि किसानों के धानों को नष्ट किया है।
गिद्दी में धान की फसल को किया नष्ट संवाद सूत्र, गिद्दी (रामगढ़) : डाड़ी प्रखंड अंतर्गत होन्हेमोढ़ा पंचायत के कुर्रा कारीमाटी में शुक्रवार की रात 20-22 की संख्या में जंगली हाथियों का झुंड आ जाने से ग्रामीण रात भर दहशत में रहे। इस दौरान हाथियों के झूंड ने कारीमाटी में लोदो मुंडा के तीन एकड़ 62 डिसमील जमीन पर लगी धान की फसल को नष्ट कर दिया। साथ ही तालाब में डाले गए मछली को भी तहर-नहस कर दिया। बाद में हाथियों के झूंड को भगाने के दौरान कई ग्रामीणों को चोट लगने की बात कही जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बीती रात करीब ग्यारह बजे 20-22 की संख्या में हाथियों की झुंड बड़कागांव के लुरूंगा, चानो, लठिया, गुलाबी चैक, गालोबार, होने, कुर्रा कारीमाटी में आई और लोदो मुंडा के खेत में रोपा गया धान के फसल का नष्ट कर पास के तालाब में मछली पालन को भी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा भगाने के बाद हाथियों का झुंड कौंशी होते हुए लुरंगा चला गया। वहीं किसान संग्राम समिति के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र गोप, डाड़ी प्रखंड प्रभारी शईद अंसारी व मासस डाड़ी प्रखंड सचिव आरडी मांझी ने कहा कि किसान लोदो मुंडा के खेत में लगे धान की फसल का जगली हाथियों द्वारा नष्ट करने से करीब 30-40 हजार का नुकसान हुआ है। इस संबंध में उन्होंने डाड़ी अंचलाधिकारी को एक पत्र देकर क्षतिग्रस्त धान की जांच कर उचित मुआवजा देने की मांग की है।