सीआइएसएफ जवानों ने शहीद वृंदावन को किया नमन
सर्पदंश से गभर्वती महिला गंभीर संवाद सूत्र पतरातू थर्मल (रामगढ़). पतरातू प्रखंड के तालाटांड निवासी गभर्वती महिला पुनम देवी पति रमेश करमाली सर्पदंश से गंभीर रूप से घायल हो गई।
संवाद सूत्र, पतरातू थर्मल (रामगढ़) : वर्ष 1996 में पीटीपीएस के वाच टावर संख्या छह पर रात्रि पाली ड्यूटी कर रहे ओडिशा निवासी प्रधान आरक्षक जीडी वृंदावन मांझी अपराधियों के हमले का शिकार हो गए थे। इसके बाद इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। शुक्रवार को शहीद वृंदावन मांझी को याद करते हुए पीवीयूएनएल सीआईएसएफ के जवानों ने बैरेक से अंबेदकर पार्क तक प्रभात फेरी निकालकर शहीद वृंदावन अमर रहे के नारे लगाए। वहीं अंबेदकर पार्क में सभा आयोजित कर शहीद वृंदावन को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में मौजूद पीवीयुएनएल सीआईएसएफ के उप कमांडेंट विरेन्द्र कुमार ने बताया कि वृंदावन मांझी जब ड्यूटी कर रहे थे तो लगभग आधा दर्जन हथियार बंद अपराधियों ने अचानक वाच टावर के उपर हमला कर दिया। वृंदावन भी अपराधियों के लोहा लेते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। इसी दौरान वृदावन पर देशी बम फेंककर उन्हें घायल कर दिया गया। इसके बाद ईलाज के दौरान वृंदावन मांझी की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि हम जवान राष्ट्र की सेवा में मिट जाएं तो भी कोई गम नही। परंतु हमारी कुर्बानी की याद रहनी चाहिए। मौके पर मुख्य रूप से इंस्पेक्टर एनएम एक्का, ओमप्रकाश, एके शर्मा, गीतांजलि के अलावा सैकड़ों सीआईएसएफ के जवान मौजूद थे।