सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र ने लक्ष्य को किया पार, लगभग 40 करोड़ मुनाफे का अनुमान
संवाद सूत्र रजरप्पा(रामगढ़) सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर लिया है।
संवाद सूत्र, रजरप्पा(रामगढ़) : सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान निर्धारित कोयला उत्पादन लक्ष्य 8.50 लाख मीट्रिक टन को भेदते हुए लाकडाउन के बावजूद भी करीब दो हजार टन ज्यादा उत्पादन किया है। जो कोविड 19 के हिसाब से काफी बेहतर परिणाम है। जबकि 35 लाख 38 हजार क्यूबिक मीटर ओबी हटाया है, जो पिछले 28 लाख क्यूबिक मीटर ओबी हटाया गया था। इसमें 26 प्रतिशत का ग्रोथ हुआ है। वहीं ऑफ्टेक 12 लाख13 हजार टन का डिस्पैच हुआ, जो पिछले साल की अपेक्षा में 10 प्रतिशत का ग्रोथ हुआ है। जबकि रैक की बात करें तो 31 मार्च तक 300 रैक डिस्पैच करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसे भेदते हुए 302 रैक किया गया। इससे 29 प्रतिशत का ग्रोथ हुआ है। जो रजरप्पा एरिया प्रॉफिट में नंबर एक पर रहा। गुरुवार को रजरप्पा क्षेत्र के महाप्रबंधक आलोक कुमार ने पत्रकारों को इसकी जानकारी दी। बातचीत के दौरान एसओ (पीएंडएम) एसके गोस्वामी, सहायक प्रबंधक कार्मिक पी एन मिश्रा भी मौजूद थे। जीएम ने बताया की रजरप्पा क्षेत्र में पूर्व की तरह इस बार भी अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन जारी रखा है और जितने भी लक्ष्य जो हम लोगों को संशोधित किया गया था। उसे हमलोगों ने पूरा किया है। क्षेत्र की सबसे बड़ी उपलब्धी जो रही वह 302 रैक डिस्पैच का है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल में एक ओर जहां कई कंपनियां बंदी के कगार पर पहुंच गई। वहीं दूसरी ओर सीसीएल रजरप्पा कोयलांचल क्षेत्र के कामगारों ने अपनी मेहनत और लगन से एक नया कृतिमान स्थापित कर दिखाया। कामगारों ने अपने मेहनत के बल पर कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुए कड़ी मेहनत कर कंपनी को कोयले का बेहतर उत्पादन करने में पूरा सहयोग किया। इससे कंपनी को करोड़ों रुपये की मुनाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार कोरोना काल की विपरीत परिस्थिति में भी रजरप्पा ने अच्छी उपलब्धि हासिल की है। समय के हिसाब से यह बहुत ही संतोषप्रद उपलब्धि है। जो यहां के मजदूरो ने भी कंधे से कंधा मिलाकर हमारा साथ दिया और इस परियोजना को नई ऊंचाई पर लेकर गए। इसके लिए उन्होंने बेहतर उत्पादन और डिस्पैच में सहयोग के लिए तमाम अधिकारियों और कामगारों के प्रति आभार व्यक्त किया है। जीएम ने हा कि सीसीएल कोयला उत्पादन के साथ -साथ अपने सामाजिक दायित्वों का भी पूरी तरह निर्वहन करती है। वित्तीय वर्ष में सीसीएल रजरप्पा द्वारा सीएसआर के तहत कोरोना काल में गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था से लेकर अनाज, मास्क, सैनिटाइजर आदि वितरित किए गए। इसके अलावे कमांड क्षेत्र के बेरोजगार युवक व युवतियों को सिलाई व कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया गया है। वहीं वर्तमान में युवतियों के लिए ब्यूटीशियन ट्रेनिग कोर्स चल रहा है और आगे फूड प्रोसेसिग, मोबाइल रिपेयरिग व कंप्यूटर ट्रेनिग भी दिया जाएगा। वही विकलांग विद्यालय रकुवा में चार सिलाई मशीन का सहयोग भी किया गया। जबकि कोयला मंत्रालय की ओर से सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र को स्वच्छता पखवाड़ा के लिए प्रथम पुरस्कार भी दिया गया। और हाल में रजरप्पा स्तिथ सिल्वर जुबली अस्पताल में निश्शुल्क मोतियाबिद जांच व आपरेशन शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें 74 लोगों का सफल मोतियाबिद ऑपरेशन किया गया। इसके साथ ही अभी सिल्वर जुबली अस्पताल में क्षेत्र के लोगों के लिए नि:शुल्क रूप से कोरोना टीकाकरण की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिसमे अभी तक चार सौ लोगो को वैक्सीन का डोज दिया गया है। उन्होंने कहा कि सीसीएल द्वारा आगे भी इस तरह के कई कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके अलावे उन्होंने आने वाले दिनों में सेफ्टी का सेमिनार का आयोजन करने के बात कही। जिसमें सुरक्षा के बारे में मजदूरों को जानकारी दी जाएगी।
-- कामगारों में भी उत्साह, मजदूर नेताओं ने प्रबंधन को दी बधाई इधर, बेहतर कोयला उत्पादन और निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के बाद सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र के मजदूरों में भी उत्साह का माहौल है। सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के क्षेत्रीय सचिव अनिल प्रसाद और अध्यक्ष विशाल कुमार, कोलफील्ड मजदूर यूनियन के चंदेश्वर सिंह, अखिल झारखंड कोयला श्रमिक संघ के रविद्र प्रसाद वर्मा और इंटक के किशोरी प्रसाद, ददई गुट के राजेंद्रनाथ चौधरी ने बेहतर उत्पादन के लिए रजरप्पा जीएम को बधाई दी है।