काली पूजा को लेकर रजरप्पा मंदिर में जुटेंगे तांत्रिक
संवादसूत्र चितरपुर (रामगढ़) रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर में काली पूजा की तैयारी ज
संवादसूत्र, चितरपुर (रामगढ़) : रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर में काली पूजा की तैयारी जोरों पर है। न्यास समिति की ओर से मंदिर का रंग रोगन व सफाई शुरू करवा दिया गया है। 14 नवंबर को आयोजित काली पूजा को देखते हुए मंदिर स्थित हवन कुंडों की साफ-सफाई व रंग-रोगन किया जा रहा है, ताकि तात्रिक व साधक हवन कर सिद्धि प्राप्त कर सकें। काली पूजा की अमावस्या की रात सिद्धि प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में तांत्रिक व साधक अभी से रजरप्पा मंदिर पहुंचकर स्थल चयन करने में जुट गए हैं। काली मंदिर स्थित पंचवटी स्थल का भी सफाई शुरू करवा दिया गया है। अमावस्या की रात तांत्रिक पंचवटी स्थल पर रात 12 बजे बैठकर तंत्र मंत्र की साधना में जुट जाते हैं। मां छिन्नमस्तिके मंदिर, दक्षिणेश्वरी काली मंदिर, अष्ट मंदिर, विष्णु लोक, सूर्य मंदिर और बजरंग बली मंदिर में भी आकर्षक विद्युत सज्जा की जा रही है।
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दीपावली की रात यानी कार्तिक अमावस्या के मौके पर सिद्धपीठ रजरप्पा में तप का विशेष महत्व होता है। दस महाविद्या में काली को पहला और मां छिन्नमस्तिके का चौथा स्थान है। ऐसे में यहां तंत्र-मंत्र सिद्धि का विशेष महत्व है। इसकी महत्ता को जानने वाले कार्तिक अमावस्या के मौके पर यहा पहुंचकर माता की आराधना करते हैं।
असीम पंडा,
वरिष्ठ पुजारी रजरप्पा मन्दिर
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रजरप्पा में स्थित मां दक्षिणेश्वरी काली की मंदिर श्मशान भूमि पर स्थापित है। यह छिन्नमस्तिके मंदिर से पश्चिम में अवस्थित है। मंदिर स्थापना के समय यहां बलि की बात भी सामने आई थी। अमावस्या के मौके पर तंत्र साधना का यहा विशेष महत्व है।
दुर्गादत्त पांडेय।
-पुजारी, दक्षिणेश्वरी काली मंदिर रजरप्पा । ------------------
कोरोना संक्रमण को देखते हुए कार्तिक अमावस्या को लेकर रजरप्पा मंदिर में व्यापक तैयारी की जा रही है। यहां पहुंचने वाले साधु संत और तात्रिकों की सुविधा को लेकर तमाम हवन कुंडों की सफाई और रंग रोगन किया जा रहा है। यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को भी अन्य वर्षो से बेहतर सुविधाएं दी जाएंगी। जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए सेनिटाइजर की सुविधा की जाएगी। मास्क पहनकर ही लोगो को मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा।
शुभाशीष पंडा।
-सचिव, छिन्नमस्तिके मंदिर न्यास समिति रजरप्पा।