अस्पताल भवन पूरा कराने में जनप्रतिनिधियों को आना होगा आगे
दिलीप कुमार सिंह रामगढ़ जिले की पहचान राज्य ही नहीं देश के मानस पटल पर भी अंकित है।
दिलीप कुमार सिंह, रामगढ़ : जिले की पहचान राज्य ही नहीं देश के मानस पटल पर भी अंकित है। जिला गठन के 13 साल बाद भी सदर अस्पताल भवन अधूरा है। अभी तक सदर अस्पताल पूर्ण रूप से अपना आकार नहीं ले सका है। अस्पताल भवन को पूरा कराने में जनप्रतिनिधियों को आगे आना पड़ेगा।
वर्तमान में सदर अस्पताल उधार के भवन यानी कि मदर एंड चाइल्ड (एमसीएच) भवन में चल रहा है। एमसीएच भवन के बगल में बन रहे सदर अस्पताल का काम अभी तक निर्माणाधीन है। क्योंकि निर्माण कार्य घपला और घोटालों की भेंट चढ़ गया है। पिछले कई वर्षों से अस्पताल का निर्माण कार्य रुका पड़ा है। अस्पताल का भवन वर्तमान समय में सफेद हाथी बनकर जिले के लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है। जिले में अभी तक ट्रामा सेंटर भी नहीं बन पाया है। शहर से दस किलो मीटर दूर सदर अस्पताल होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर जिले के जनप्रतिनिधियों की पूर्ण भागीदारी हो तो स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर किया जा सकता है। बस जनप्रतिनिधियों की भूमिका बढ़ चढ़कर होनी चाहिए। जनप्रतिनिधियों के पास कई फंड भी हैं जिससे सदर अस्पताल को चकाचक किया जा सकता है। विधायक मद, जिला खनिज मद, जिला परिषद व नगर परिषद से स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त करने की दिशा में पहल की जा सकती है। अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई जा सकती है। डॉक्टरों, नर्स, कर्मचारी की बहाली भी बड़ी संख्या में कर स्वास्थ्य सेवाओं को ठोस किया जा सकता है।
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विधान सभा में इन बातों को कई बार रखा गया है और पत्राचार भी किया है। सदर अस्पताल को बेहतर सुविधाओं से लैस करते हुए विकसित किया जाए। क्योंकि वर्तमान समय में कई उच्च कोटि की मशीनें भी अस्पताल में आई हैं। टीवी जांच वाला का कमरा छोटा हैं। ऐसी कई मशीनें आई हैं जिसे चालू नहीं किया जा सका है। इसलिए जल्द ही सदर अस्पताल का अपना भवन होगा और कमरे आदि भी बड़े होंगे, ताकि जिले के लोगों की परेशानी कम हो सके। इसमें मैं भागीरथी प्रयास कर रही हूं।
-ममता देवी
विधायक, रामगढ़ विस।
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सदर अस्पताल को सुविधा से लैस करने के लिए जब भी बैठक होती हैं तो उसमें इस बात को उठाया जाता है कि अस्पताल को बेहतर किया जाए। अगर सरकार नहीं कर रही हैं तो जिले में कोई भी फंड हो या फिर डीएमएफटी फंड से ही इसे विकसित किया जाए। ताकि स्वास्थ्य की दिशा में जिले की पहचान हो सके। इसके लिए लगातार प्रयास भी किया जा रहा है। बहुत लंबा समय बीत चुका हैं और सदर अस्पताल का अपना भवन नहीं होना आश्चर्य बढ़ाता है।
-ब्रह्मादेव महतो, अध्यक्ष, जिला परिषद, रामगढ़ ।
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स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की दिशा में हम निरंतर प्रयासरत हैं। खासकर सदर अस्पताल मामले को लेकर नगर परिषद की बैठक में भी चर्चा होती रही है। इसके फंड से भी संसाधन आदि को बढ़ाया जा सकता है। अस्पताल दुरुस्त होगा तो जिले में स्वास्थ्य सेवाएं भी बेहतर होंगी। इसलिए सदर अस्पताल का अस्तित्व में होना अत्यंत आवश्यक है। भवन नहीं होगा तो जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था भी बेहतर नहीं हो सकती है।
-युगेश बेदिया
अध्यक्ष, नगर परिषद, रामगढ़ ।