जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा व पुर्नवास चाहिए: सैनाथ
संवाद सूत्र गिद्दी (रामगढ़) रैयत विस्थापित मोर्चा अरगडा एरिया ने गिद्दी सामुदायिक भवन में मोर्चा क।
संवाद सूत्र, गिद्दी (रामगढ़) : रैयत विस्थापित मोर्चा अरगडा एरिया ने गिद्दी सामुदायिक भवन में मोर्चा का 10 वां स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया। मौके पर मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सैनाथ गंझू ने कहा कि कोल इंडिया व केंद्र सरकार ने नई नीति के तहत रैयतों की जमीन अधिग्रहण के बदले मिलने वाली नौकरी अब नहीं देगी। जमीन के बदले रैयतों को मासिक प्रति डिसमिल 150 देने की बात कही है। रैविमो केंद्र सरकार व कोल इंडिया के इस नीति का विरोध करती है। उन्होंने केंद्र सरकार व कोल इंडिया से इस नीति को अविलंब वापस लें। अन्यथा रैयत जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा व पुर्नवास नहीं मिलने पर किसी भी क्षेत्र में एक इंच भी जमीन नहीं देगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व कोल इंडिया प्रबंधन के इस नीति के विरोध में रैविमो रैयत व विस्थापितों को गोलबंद कर आंदोलन करेगी। आंदोलन के दौरान कोलियरी क्षेत्र से एक छटाक कोयला बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार व कोल इंडिया प्रबंधन से भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को लागू कर रैयतों को मुआवजा व अन्य सुविधा देने का कार्य करने की मांग की। समारोह को केंद्रीय सदस्य पप्पू सिंह, प्रकाश महली, सुनील गंझू, आशीष करमाली, राजन करमाली ने भी संबोधित किया। समारोह की अध्यक्षता अरगडा एरिया अध्यक्ष राजेश बेदिया व संचालन एरिया सचिव बहादुर मुर्मू ने किया। मौके पर मनोज टुडू, शिवनाथ गंझू, ईरशाद आलम, बालकृष्ण गंझू, विनोद मुंडा, कुसुमी देवी, कल्पना देवी, पानो देवी, सुनीता देवी, लीला देवी, आराधना महली, सावित्री देवी, सारो देवी, यशोदा देवी, रेणु देवी, रितु महली, किरण कुमारी, अरूण बेदिया, सोनाराम मांझी, शुभम भोक्ता, विजय गंझू, राहुल गंझू, संजय मांझी, रौशन महली, जीतु मुंडा, मो. कलाम, शिकारी मांझी, भोला मांझी, रमेश किस्कू, मानकी मांझी आदि उपस्थित थे।