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किसान विरोधी अध्यादेश वापस लेने की मांग पर भूख हड़ताल

संवाद सहयोगी रामगढ़ किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से मंगलवार को भाकपा कार्यालय में भूख

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 10:07 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 06:23 AM (IST)
किसान विरोधी अध्यादेश वापस लेने की मांग पर भूख हड़ताल
किसान विरोधी अध्यादेश वापस लेने की मांग पर भूख हड़ताल

संवाद सहयोगी, रामगढ़ : किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से मंगलवार को भाकपा कार्यालय में भूख हड़ताल का आयोजन किया गया। इसमें आपत्तिजनक किसान विरोधी अध्यादेश वापस लेने की मांग की गई। साथ ही नेताओं ने कहा कि केंद्र कि मोदी सरकार एवं राज्य की हेमंत सरकार दोनों कामर्शियल माइनिग पर एक राय बना ली है। हड़ताल का आयोजन अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव महेंद्र पाठक, मंगल ओहदार, किसान संग्राम समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र गोप, उपाध्यक्ष शाहिद अंसारी, महासभा के लालमोहन मुंडा के नेतृत्व में किसानों की मांग को लेकर किया गया। नेताओं ने कहा जिसके खेत में खनिज संपदा है, खनन की जवाबदेही उसे दिया जाए। बाद में मांग पत्र राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को भेजा। नेताओं ने कहा कि देश के 300 किसान संगठनों के लोगों ने मोदी सरकार के द्वारा लाए गए किसान विरोधी अध्यादेशो को वापस लेने की मांग की है । कामर्शियल माइनिग के सवाल पर केंद्र एवं राज्य की सरकार की एकता दिख रही है। मौके पर ऑल इंडिया फेडरेशन के प्रदेश सचिव विष्णु कुमार, जिला सचिव मनोज महतो, किशोरी प्रसाद गुप्ता, शाहिद अंसारी, चितरंजन महतो, बासुदेव महतो, भीमसेन महतो, रतन महतो, लालमोहन मुंडा आदि मौजूद थे।

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