¨हदी मात्र भाषा ही नहीं, वह हमारी मातृभाषा है
संवाद सहयोगीरामगढ़ रामगढ़ महाविद्यालय में गुरुवार को मातृभाषा दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में शिक्षक व छात्र-छात्राएं शामिल होकर अपनी बातों को रखा। संगोष्ठी का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. बीके मिश्रा ने दीप जलाकर किया। ¨हदी विभाग एचओडी डॉ. शारदा प्रसाद ने प्राचार्य सहित अन्य शिक्षकों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया। प्राचार्य ने कहा कि ¨हदी मात्र भाषा ही नहीं वह हमारी मातृभाषा है। जिला प्रकार मां की गोद में हम ममता करूणा दुलार और सुरक्षा पाते हैं आनंद पाते हैं वहीं ममता प्यार और आनंद हमें मातृभाषा प्रदान करती है। समाज राष्ट्र और विश्वस्तर पर हमें इसके सम्मान की रक्षा करनी चाहिए। कहा कि यह सुरक्षित हैं तो हम भी सुरक्षित है। इधर डॉ. शारदा प्रसाद ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि ¨हदी दिलों को जोड़ने वाली भाषा है। इसके विकास से ही समाज राष्ट्र का विकास संभव है। प्रो. सरिता ¨सह ने ¨हदी की महत्ता पर प्रकाश डाले हुए कहा कि हमें हर
रामगढ़ : रामगढ़ महाविद्यालय में गुरुवार को मातृभाषा दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में शिक्षक व छात्र-छात्राएं शामिल होकर अपनी बातों को रखा। संगोष्ठी का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. बीके मिश्रा ने दीप जलाकर किया। ¨हदी विभाग एचओडी डॉ. शारदा प्रसाद ने प्राचार्य सहित अन्य शिक्षकों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया। प्राचार्य ने कहा कि ¨हदी मात्र भाषा ही नहीं, वह हमारी मातृभाषा है। जिला प्रकार मां की गोद में हम ममता, करूणा, दुलार और सुरक्षा पाते हैं, आनंद पाते हैं, वहीं ममता, प्यार और आनंद हमें मातृभाषा प्रदान करती है। समाज, राष्ट्र और विश्वस्तर पर हमें इसके सम्मान की रक्षा करनी चाहिए। कहा कि यह सुरक्षित हैं तो हम भी सुरक्षित है। इधर डॉ. शारदा प्रसाद ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि ¨हदी दिलों को जोड़ने वाली भाषा है। इसके विकास से ही समाज, राष्ट्र का विकास संभव है। प्रो. सरिता ¨सह ने ¨हदी की महत्ता पर प्रकाश डाले हुए कहा कि हमें हर हाल में अपनी मातृभाषा की रक्षा करनी चाहिए। इससे हमारा अस्तित्व है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. डॉ. बीके मिश्रा व संचालन डॉ. शारदा प्रसाद ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. आरके उपाध्याय ने दिया। इस दौरान डॉ. रत्ना पांडेय, डॉ. एलके एन शहदेव, डॉ. एसएन झा, डॉ. असीम खलको, प्रो. विनय कुमार, डॉ. कामना राय, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. प्रीति कमल, विकास कुमार, अजीत कुमार, राहुल करमाली, वीरेंद्र कुमार, रवि कुमार, सुजाता कुमारी, बेबी कुमारी, मुक्ति, अर्पिता, संगीता, काजल आदि छात्र-छात्राएं मौजूद थे।