कलयुगी मां ने कलेजे के टुकडे़ को फेंका
बरलंगा सहसा यह यकीन नहीं होता कि एक ममता मयी मां अपने बच्चे को नौ माह अपने गर्भ में रखकर जन्म के तुरंत बाद कड़ाके की ठंड में फेंक कर चली जाएगी। लेकिन ममता को झकोर देने वाली घटना रविवार को जिले के गोला प्रखंड अंतर्गत बरलंगा इलाके में सामने आयी है। जहां एक कलीयुगी मां जन्म के बाद ही खुले आसमान के नीचे बच्ची को छोड़ कर चली गई। गोला प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बरलंगा के बेदिया टोला मे शनिवार की रात संभवत किसी अज्ञात महिला ने प्रसव के बाद एक नवजात बच्ची को सागरी देवी पति स्व गंभीर बेदिया के आंगन मे बोरे मे लपेटकर फेंककर चली गई। मानवता को शर्मसार करने वाली यह ह्रदय विदारक घटना से क्षेत्र के लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
संवाद सूत्र, बरलंगा : सहसा यह यकीन नहीं होता कि एक ममतामयी मां अपने बच्चे को नौ माह अपने गर्भ में रखकर जन्म के तुरंत बाद कड़ाके की ठंड में फेंक कर चली जाएगी। लेकिन ममता को झकझोर देने वाली घटना रविवार को जिले के गोला प्रखंड अंतर्गत बरलंगा इलाके में सामने आई है, जहां एक कलयुगी मां जन्म के बाद ही खुले आसमान के नीचे बच्ची को छोड़ कर चली गई। गोला प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बरलंगा के बेदिया टोला मे शनिवार की रात संभवत: किसी महिला ने प्रसव के बाद एक नवजात बच्ची को सागरी देवी पति स्व गंभीर बेदिया के आंगन में बोरे में लपेटकर फेंककर चली गई। मानवता को शर्मसार करने वाली यह हृदय विदारक घटना से क्षेत्र के लोगों में चर्चां का बाजार गर्म है। खून से लथपथ नवजात रात भर खुले बदन आंगन में पड़ी रही। रात ज्यादा होने के कारण नवजात की रोने की आवाज किसी ने नही सुनी। अल सुबह घर के लोग नींद से जागे और सागरी देवी ने जब दरवाजा खोला तो देखा कि एक नवजात जमीन पर है। तब सागरी देवी ने इसकी जानकारी घर के बाकी सदंस्यों को दी। सुबह होते ही चर्चा होने लगी और आसपास के सैकड़ों लोग जमा हो गए। नवजात को बरलंगा थाना को सुपुर्द कर दिया गया है। इसके बाद थाना प्रभारी ने बच्ची को बाल संरक्षण समिति के सदस्य आकाश शर्मा को सौंप दिया। शर्मा ने बताया कि नवजात का इलाज सदर अस्पताल रामगढ़ मे किया जा रहा है। इलाज के बाद बेहतर भविष्य के लिए वात्सल्य फाउंडेशन हजारीबाग भेज दिया जाएगा।