पति-पत्नी के झगड़े में पुलिस की छवि हो रही धूमिल
तरुण बागी रामगढ़ घरेलू विवाद को लेकर रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक व उनकी
तरुण बागी, रामगढ़ : घरेलू विवाद को लेकर रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक व उनकी पत्नी वर्षा श्रीवास्तव के बीच पिछले चार साल से जारी झगड़े में पुलिस की छवि धूमिल हो रही है। पिछले एक साल के दौरान कई बार एसडीपीओ व उनकी पत्नी ने एक दूसरे पर कई तरह के आरोप लगाए। रामगढ़ थाना, महिला थाना से लेकर एसपी के पास कई बार शिकायतें भी कीं। शनिवार को पत्नी द्वारा रामगढ़ थाने में अपने पति सह एसडीपीओ किशोर कुमार रजक के विरुद्ध मारपीट व उत्पीड़न की प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद मामले ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया है। हालांकि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने घटना की सचाई को लेकर जांच शुरू कर दी है। इधर, घटना के बाद पति-पत्नी घरेलू झगड़े को इंटरनेट मीडिया में लाकर एक दूसरे पर कई तरह के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। आम लोगों के बीच घटना को लेकर शनिवार को बस यही चर्चा होती रही कि जो पुलिस पदाधिकारी खुद अपने परिवार के साथ इस प्रकार का व्यवहार कर रहा है, वह दूसरों को न्याय क्या दिला पाएगा। दूसरी तरफ एसडीपीओ पर पत्नी ने मारपीट व प्रताड़ित करने के आरोप लगाकर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के मामले में अनुसंधान शुरू कर कानूनी कार्रवाई करने को लेकर कनीय पुलिस पदाधिकारी भी असमंजस की स्थिति में है। विदित हो कि रामगढ़ थाने में एसडीपीओ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के बाद थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षण के कांड का अनुसंधान करने की जिम्मेवारी थाने के एक कनीय पुलिस अधिकारी यानी सहायक पुलिस निरीक्षक मालती कुमारी को दिया है। अब सवाल यह उठ रहा है कि अपने वरीय पुलिस पदाधिकारी के पास अनुसंधान अधिकारी किस तरह से कांड के अनुसंधान के लिए पूछताछ करने एसडीपीओ आवास जाएंगे। कानूनन उन्हें कांड का अनुसंधान करने के लिए घटनास्थल जाना ही पड़ेगा। पीड़िता व आरोपित से घटना के बारे में पूछताछ करनी पड़ेगी। गवाह के रूप में एसडीपीओ आवास के कार्यरत पुलिस कर्मियों व आवास के अन्य लोगों का ब्यान लेना पड़ेगा। हालांकि रविवार को इस तरह का अनुसंधान पुलिस ने नहीं किया है।
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एसडीपीओ किशोर कुमार रजक के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी का अनुसंधान किया जा रहा है। अनुसंधान में जो भी बातें निकलकर सामने आएगी। पुलिस इस पर आगे कानूनी कार्रवाई जरूर करेगी। कानून सबके लिए बराबर होता है। चाहे वह कोई भी हो।
-प्रभात कुमार, एसपी रामगढ़।