आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर नपरिषद के अनुबंधकर्मी
संवाद सहयोगी रामगढ़ तीन सूत्री मांगों के समर्थन में मंगलवार से रामगढ़ नगर परिषद के अनुबंध।
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : तीन सूत्री मांगों के समर्थन में मंगलवार से रामगढ़ नगर परिषद के अनुबंध पर कार्यरत सभी स्वच्छता पर्यवेक्षक, जमादार, वाहन चालक एवं सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इस दौरान नगर परिषद क्षेत्र के 32 वार्डाें में साफ-सफाई व्यवस्था ठप हो गई है। भारतीय कर्मचारी मजदूर यूनियन के बैनर तले सभी कर्मी आंदोलन करेंगे। यूनियन ने गत 19 अगस्त को नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को तीन सूत्री मांग पत्र सौंपा था। इसमें न्यूनतम मजदूरी, रक्षा बीमा, कोरोना काल प्रोत्साहन राशि की मांग शामिल है। पुन: गत चार सितंबर को भी कार्य पालक पदाधिकारी को पत्र देकर तीन दिनों के अंदर मांगों पर विचार करने की अपील की थी। इसके बाद भी कोई सुगबुगाहट नहीं होने पर साफ-सफाई कार्य बंद करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया। इस संबंध में संघ के अध्यक्ष संजय ठाकुर, उपाध्यक्ष मुमताज अंसारी, सचिव विक्रम जोशी, उप सचिव सुमित श्रीवास्तव तथा कोषाध्यक्ष डब्लू करमाली ने कहा कि कार्य पालक पदाधिकारी मामले में पूरी तरह उदासीन बने रहे। उनका आंदोलन मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा। धरने पर डब्लू करमाली, सलमान अंसारी, चंदन कुमार, रोशन कुमार, राजेंद्र ठाकुर, अमित सागर, सुशील सागर, मनोज साव, अलिफ अंसारी, कार्तिक कुमार आदि कर्मी शामिल थे।
-------------
सफाई कर्मचारियों की मांगे जायज, हड़ताल खत्म कराए नगर परिषद : बंटी खान
रामगढ़ : नगर परिषद के 150 अनुबंध कर्मचारियों के पक्ष में भाजपा भी उतर गई है। भाजपा नेता बंटी खान ने बयान जारी कर कहा कि नगर परिषद के 32 वार्डों में जान जोखिम में डालकर सफाई कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। वर्तमान कोरोना काल में सफाई कर्मचारियों को भाजपा ने कोरोना योद्धा की तरह सम्मानित भी किया है। कोरोना योद्धाओं को न्यूनतम मजदूरी और प्रोत्साहन राशि उपलब्ध ना होना बेहद ही निदनीय है। बंटी खान ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आज अनिश्चितकालीन हड़ताल हुआ है। अगर नगर परिषद जल्द ही सफाई कर्मचारियों के साथ वार्ता कर हड़ताल को समाप्त नहीं करवाता है, तो वह पार्टी स्तर पर इस मुद्दे को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना को दूर रखने के लिए साफ-सफाई बेहद जरूरी है। नगर परिषद के सफाई कर्मचारी उस गंदगी को साफ करते हैं। लेकिन वे खुद न्यूनतम मजदूरी और रक्षा बीमा के लिए तरस रहे हैं। यह किसी भी स्तर पर उचित नहीं है।
------------
कोट---
मैंने फरवरी माह में ही बोर्ड की बैठक में न्यूनतम मजदूरी का प्रस्ताव लाया था, लेकिन बोर्ड ने इसे स्वीकार नहीं किया। इन्हें मानदेय का भुगतान होता है। मानदेय भुगतान कहीं से भी न्यूनतम मजदूरी से प्रभावित नहीं होती है। आंतरिक स्त्रोत से मानदेय का भुगतान होता है और आंतरिक स्त्रोत बोर्ड के एकाधिकार में है। पुन: बोर्ड की बैठक होगी और बोर्ड की सहमति मिलेगी तो इन्हें न्यूनतम मजदूरी का भुगतान होगा। वैसे एक दिन के हड़ताल से कुछ खास फर्क नहीं पड़ा है। इनके संगठन का चुनाव कब हुआ, किसी प्रकार की जानकारी नगर निकाय को नहीं दी गई। चार दिन पहले आवेदन देकर हड़ताल पर चले जाना उचित नहीं है। वैसे इनके संगठन पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा होता है।
सुरेश यादव
कार्यपालक पदाधिकारी,
नगर परिषद, रामगढ़।