सरकारी गाइडलाइन पर भारी पड़ी लोगों की आस्था
दिलीप कुमार सिंह रामगढ़ लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर हेमंत सरकार के जारी गाइड
दिलीप कुमार सिंह, रामगढ़ : लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर हेमंत सरकार के जारी गाइडलाइन के बाद से शहर से लेकर जिलेभर में राजनीति माहौल गरमा गया था। सामूहिक तौर पर छठ मनाने पर रोक के सरकारी आदेश का सामाजिक और राजनीतिक तौर पर विरोध शुरू हो गया था। मंगलवार को चहुंओर विरोध देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिए गाइडलाइन में संशोधन कर आदेश को जारी कर दिया है। संशोधन आदेश आने के बाद लोग उत्साह के साथ छठ महापर्व की तैयारी में पूरी आस्था के साथ जुट गए हैं। इससे साफ प्रतीत होता है कि सरकारी गाइडलाइन पर आस्था भारी पड़ रही है। लोग पूरी तरह छठमय माहौल बनाने में जुट गए हैं। शहर में तो राजनीतिक तौर पर भाजपा ने मोर्चा थामा था तो पार्टी की कई इकाइयां अलग-अलग मोर्चों पर सरकार को घेरने में लगे हुए थे। सत्ताधारी दल झामुमो और सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने भी इस आदेश का पूर जोर विरोध शुरू कर दिया था। बड़ी संख्या में ऑनलाइन के माध्यम से सरकार के इस निर्णय का विरोध भी किया गया। इधर शहर के बिजुलिया तालाब छठ घाट व दामोदर नदी छठ के छठ घाट को लोग बिना सरकारी इंतजार के दुरुस्त कर तैयार करने में लग गए है। बाजारों में रौनक बढ़ गई है। फल, फूल के दुकान सजाकर तैयार कर दिया गया है। वहीं बाजारों में टोकरी, सूप, दौरा सहित मिट्टी के दीये, ढ़कनी आदि की बिक्री जोरशोर से शुरू हो गई है। ऐसे में पूरा शहर ही नहीं जिले में छठ महापर्व को लेकर उल्लास व पवित्रता का माहौल तैयार हो गया है। सरकारी गाइडलाइन आने के बाद से उहापोह की स्थिति बनी हुई थी। उसके बाद लोग इसे व्यक्तिगत आस्था मानकर आगे बढ़ना शुरू कर दिया था। आदेश आने के बाद से हर ओर छठ पूजा का माहौल और जोरशोर से छाने लगा है। छठ घाटों में भारी गंदगी फैली पड़ी थी। छठ आते ही बिना सरकारी कर्मचारियों के आने का इंतजार किए लोग घाटों की साफ-सफाई कर चकाचक कर दिया। साथ ही घाट बनाकर तैयार कर लिया है। बुधवार को चारदिवसीय छठमहापर्व के पहले दिन नहायखाय होना है। इसे लेकर हर ओर तैयारी शुरू हो गई है। छठव्रती बिना किसी हिचकिचाहट के छठ गीत गाती नजर आ रही है। हर ओर राजनीतिक सरगर्मी के बीच पवित्रता का माहौल तैयार हो रहा है।
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कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में भीड़ से दूरी बनाकर रहनी चाहिए। हां छठ पूजा को लेकर नदी में बहाव के विपरीत स्नान करना चाहिए। शारीरिक दूरी भी बनाकर स्नान करनी चाहिए। सामूहिक कुछ भी करना वायरस के लिए खतरनाक है। वैसे वायरस अभी कम हैं पर अगर किसी में है तो उसका असर होगा। डूबकी लगाते हैं तो वह एक्टिव हो जाएगा। जो खतरनाक होगा। इसलिए शारीरिक दूरी और मास्क जरूर लगाकर रहे।
-डा. गीता सिन्हा मानकी।
रांची आब्सिटट्रिक्स एंड गायनोकोलॉजी सोसाइटी सचिव व चिकित्सक।
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फोटो : 29 लोग जब भी किसी भीड़ का हिस्सा होते हैं तो वह खतरनाक हो जाता है। कोशिश यह करनी हैं कि जब भी हम भीड़ के करीब है तो दो गज की दूरी पर रहे। मास्क लगाकर रहे। मास्क सामान्य तौर पर लोग नाक से नीचे लगा रहे है। इसमें मुहं और नाक दोनों ढ़का रहना चाहिए। जो छठव्रती के घर में बीमार व्यक्ति हैं वह भीड़ का हिस्सा ना बने। सर्दी, जुकाम भी है तो दूर ही रहे।
-डा. ठाकुर मृत्युंजय सिंह।
आइएमए उपाध्यक्ष।