Move to Jagran APP

रेलवे साइडिग को लेकर नई कमेटी का गठन

संवाद सूत्र बरकाकाना (रामगढ़) झामुमो जिलाध्यक्ष की कंपनी किस्कू कंस्ट्रक्शन को रेलवे साइडि

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 09:27 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 09:27 PM (IST)
रेलवे साइडिग को लेकर नई कमेटी का गठन
रेलवे साइडिग को लेकर नई कमेटी का गठन

संवाद सूत्र, बरकाकाना (रामगढ़): झामुमो जिलाध्यक्ष की कंपनी किस्कू कंस्ट्रक्शन को रेलवे साइडिग का काम मिलने के बाद जारी विवाद के बीच विस्थापितों के एक गुट ने नई कमेटी बनाकर विरोध करने का निर्णय लिया है। रविवार को छावनी परिषद क्षेत्र के पोचरा में रामकेश्वर मुंडा की अध्यक्षता में स्थानीय लोगों की बैठक हुई। इसमें नई कमेटी जन जागृत अहिसक विस्थापित मोर्चा का गठन किया गया। बैठक में रामकेश्वर मुंडा ने कहा कि सिर्फ पोचरा के लोग ही रेलवे साइडिग के असली विस्थापित हैं। अन्य गांव के लोग विस्थापित होने का नाटक करके लाभ उठाना चाह रहे हैं। साइडिग में पोचरा के युवाओं को रैक लोडिग-अनलोडिग में भागीदारी सुनिश्चित कराई जाएगी। इसके लिए मोर्चा किस्कु कंस्ट्रक्शन से वार्ता कर अपनी मांग रखेगा। बैठक में सचिव वासुदेव मुंडा, उपाध्यक्ष राजकुमार मुंडा, उपसचिव सुरेंद्र पांडेय, कोषाध्यक्ष अजय पांडेय, उपकोषाध्यक्ष विजय मुंडा, जग्गू करमाली, जीतू बेदिया, विक्रम यादव, विक्रम नायक, राजेश राज, छोटे साव, जग्गा मुंडा, सुरेश मुंडा, सुनील मुंडा, बंटी नायक, सोनी देवी, हेमलता देवी, गायत्री देवी, लक्ष्मी देवी, गीता देवी, संजू देवी, ज्योति, शांति सहित कई लोग

loksabha election banner

मौजूद थे।

--

विवाद के निपटारे के लिए वार्ता आज

इधर, पुराने विस्थापित मोर्चा व कंपनी प्रतिनिधियों के बीच सोमवार को वार्ता होगी। वार्ता में रामगढ़ व बड़कागांव विधायक भी मौजूद रहेंगी। मोर्चा के अध्यक्ष छोटेलाल करमाली ने कहा कि किस्कू कंस्ट्रक्शन राजनीति करके ग्रामीणों को आपस में लड़ाने का काम कर रही है। कुछ स्वार्थी लोग अपनी रोटी सेंकने के लिए ग्रामीणों के अधिकार से खिलवाड़ कर रहे हैं।

---

बढ़ रही है संघर्ष की आशंका

रैक लोडिग-अनलोडिग के काम में विस्थापितों का दो गुटों में बंट जाना संघर्ष की आशंका को बढ़ा रहा है। मामले में हो रही बड़ी राजनीति और दांव-पेंच की चर्चा हो रही है। आनेवाले दिनों में रोजगार और प्रदूषण को लेकर कंपनी औरमोर्चा के बीच विवाद गहरा हो सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.