शहर थाना पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं को दबोचा
संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) मेदिनीनगर शहर थाना पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं को दबोचा ह
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : मेदिनीनगर शहर थाना पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं को दबोचा है। अपराधियों ने साजिश रचकर 30 दिसंबर को युवक का अपहरण किया था। पुलिस ने मामले का शनिवार को पर्दाफाश कर दिया है। शहर थाना प्रभारी अरुण कुमार महथा ने बताया कि घटना का साजिशकर्ता नीरज पाल था। अपहृत युवक निमिया स्थित सुसराल के समीप किराए के घर में रहता था। फिलहाल वह बीसफुटा के समीप बमराही में रहता है। थाना प्रभारी अरूण कुमार महथा ने बताया कि शहर थाना में वादी(अपहृत) वंदन कुमार चंद्रवंशी ने दो जनवरी को मामला दर्ज कराई था। इसमें बताया था कि अज्ञात अपराधियों ने एक साजिश के तहत वादी वंदन कुमार चंद्रवंशी का उसके डिजायर वाहन को बुककर अपहरण करते हुए उससे मोबाइल व रुपये छीन लेने का आरोप था। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी के बाद अनुसंधान शुरू की गई। आरोपितों के भागने के मार्ग में पड़वा मोड़ स्थित एक होटल का सीसीटीवी फुटेज निकालकर सुराग को खोजा गया। इसके आधार पर तीन आरोपित विश्रामपुर थाना क्षेत्र के घासीदाग निवासी रामकिला के 26 वर्षीय पुत्र नीरज पाल, पांडू थाना क्षेत्र के कजरू कला निवासी साबिर अंसारी के 25 वर्षीय पुत्र फरीद आलम व कुसहा गांव निवासी इदरीस अंसारी के 20 वर्षीय पुत्र फिरोज अंसारी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि एक अन्य अपराधी नुरैन उर्फ मुन्ना अब भी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है। इनके पास से वंदन चंद्रवंशी का एक स्मार्ट मोबाइल व आरोपितों के तीन स्मार्ट मोबाइल बरामद किए गए हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि वंदन चंद्रवंशी की सास निमिया में रहती है। मुख्य अभियुक्त नीरज पाल पहले वादी के ससुराल के बगल में किराए के घर में रहता था। अभियुक्त नीरज को वंदन के ससुराल का घर और गाड़ी देखकर लगा कि वह पैसा वाला आदमी है। दामाद के अपहरण पर वे लोग 4-5 लाख रुपये आसानी से दे देंगे। इस पर काम करते हुए उसने अपने गांव के दोस्त फरीद अंसारी के साथ अपहरण की योजना बनाई। इसके बाद फरीद अंसारी ने अपने दो अन्य दोस्त नुरैन उर्फ मुन्ना अंसारी व फिरोज अंसारी को भी इस घटना में शामिल किया। योजनानुसार फरीद व नुरैन 30 दिसंबर 2021 को ग्लैमर मोटरसाईकिल से बीसफुटा आए। यहीं पर नीरज पाल उनलोगों से मिला। नीरज ने फिरोज को बीस फुटा के पास खड़ा कर अन्य अपराधियों को मोटरसाइकिल में बैठाकर अपहृत युवक वंदन चंद्रवंशी का ससुराल दिखाते हुए उन्हें मोटरसाइकिल से वहीं उतार दिया और फिरोज के पास पुन: बीसफुटा चला आया। योजनानुसार फरीद और मुन्ना वादी का कार नावाबाजार थानां क्षेत्र के रतनाग जाने के नाम पर 18 सौ रुपये में बुक किया। इसके बाद वादी के साथ फरीद व मुन्ना गाड़ी लेकर वहां से चले। इधर नीरज पाल और फिरोज भी मोटरसाइकिल से उसका पीछा करने लगे। दोनों आगे बढ़कर नावाबाजार में रूककर इनलोगों का इंतजार करने लगे। कार सवार लोग पड़वा मोड़ में खाते पीते और समय बिताते हुए शाम में नावाबाजार पहुंचे। रतनाग रोड में कार घुसने के बाद मोटरसाइकिल सवार दोनों अपराधी पीछे-पीछे गए। इसके बाद चारों अपराधियों ने कार चालक वंदन चंद्रवंशी को हिसरा जंगल में ले जाकर अपहरण की बात कही और वंदन के ही फोन से उसकी सास को फोन कर पांच लाख की फिरौती मांगी। वादी के ससुराल वालों ने पैसा देने से इन्कार किया तो पुलिस के डर से कार समेत उसे छोड़ दिया। लेकिन वंदन के मोबाईल छीनने के साथ ही फोन पे का पासवर्ड लेकर उसी के मोबाइल से हैदराबाद में रह रहे अपने दोस्त के एकाउंट में 33,891 रुपये भेजा। इसके कुछ देर बाद अपराधकर्मी फरीद ने उस पैसे को अपने एकाउंट में मंगवा लिया। शहर थाना प्रभारी महथा ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। छापामारी दल में पुअनि सौरभ कुमार, एएसआई विनोद मुर्मू, पुलिस जवान संजीव कुमार मल्लिक, श्रीनाथ खाखा व देववली सिंह शामिल थे।