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ओमिक्रोन से निपटने की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग

संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) कोरोना संक्रमण की सामने आ रही नए वेरिएंट ओमिक्रोन से

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 06:28 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 06:28 PM (IST)
ओमिक्रोन से निपटने की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग
ओमिक्रोन से निपटने की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : कोरोना संक्रमण की सामने आ रही नए वेरिएंट ओमिक्रोन से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है। एमआरएमसीएच और हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल में पीसीए के तहत लगे आक्सीजन प्लांटों का ट्रायल किया जा रहा है। एमआरएमसीएच स्थित प्लांट से तीन सौ बेडों तक सीधे आक्सीजन की आपूर्ति होगी। मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल में 30 बेड का पीआइसीयू (पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट) वार्ड बनाया गया है। इसमें सभी अत्याधुनिक उपकरणों की स्थापना भी की जाएगी। पेडियाट्रिक वार्ड में बच्चों को लुभाने वाली पेंटिग्स का कार्य कराया गया है। साथ ही यहां बच्चों को खेलने के लिए खिलौनों का भी इंतजाम रहेगा। इसके अलावा जिले भर के दो अनुमंडलीय अस्पताल, आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 54 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में भी संक्रमितों का उपचार कराने संबंधित तैयारियां की गई है। सभी जगहों पर आक्सीजन की उपलब्धता होगी। तमाम तैयारी मुकम्मल होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। कारण कि टीकाकरण और सावधानी ही कोरोना संक्रमण से बचाव का बेहतर तरीका है। सिविल सर्जन ने कहा कि सरकारी व निजी अस्पतालों में उपचार के पूर्व मरीज व उनके स्वजनों की स्क्रीनिग की जानी चाहिए। इसे लेकर अस्पतालों का जायजा भी करेंगे। स्क्रीनिग का तरीका बताया जाएगा। इस मामले में किसी भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। हाई फ्लो नेजल कैनुला मशीन से होगा कोरोना मरीजों का उपचार

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: कोरोना संक्रमितों का हाई फ्लो नेजल कैनुला से उपचार होगा। इसके लिए सरकार की ओर से पलामू को 10 अदद हाई फ्लो नेजल कैनुला मशीन की आपूर्ति हुई है। इससे प्रति घंटा 60 लीटर तक मरीज को आक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। यह मशीन जीवन रक्षक की भूमिका निभाएगी। यह मशीन एमआरएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में इंस्टाल हुई है।

दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी बनी थी परेशान का सबब

: पिछले दो वर्ष में आई कोरोना संक्रमण की दो लहरें पलामू के 110 जिदगी लील चुकी हैं। अब तीसरी लहर की आने की चर्चाएं तेज हैँ। हालांकि संभावित लहर से निपटने के लिए विभागीय स्तर पर पलामू में तैयारियां भी चरम पर है। बावजूद अधिकारियों के शिकन पर चिता की लकीरें साफ झलक रही हैं। दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी के कारण अफरा-तफरी का माहौल था। इससे निपटने के लिए आक्सीजन प्लांट आदि लगाए जा रहे हैं।

कोट

कोरोना संक्रमण की नए वेरिएंट से निपटने के लिए विभाग तैयार है। लेकिन सरकारी व निजी अस्तपालों में आने वाले मरीजों की पहले स्क्रीनिग कराए। आम लोग भी कतई लापरवाही नहीं बरतें। नियमित मास्क लगाएं। यह सुनिश्चित करें कि घर के तमाम सदस्य कोरोनारोधी टीका लगवा लें। पहला प्रयास रहना चाहिए कि पलामू में संक्रमण पांव नहीं पसार सके।

डा. अनिल कुमार सिंह, सिविल सर्जन, पलामू।


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