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साढ़े तीन करोड़ का अस्पताल भवन बेकार

जागरण पड़ताल बाटम नावाबाजार प्रखंड के ईटको व कंडा में बने नए अस्पताल में चिकित्सा सुविध

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 07:08 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 07:08 PM (IST)
साढ़े तीन करोड़ का अस्पताल भवन बेकार
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जागरण पड़ताल

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बाटम

नावाबाजार प्रखंड के ईटको व कंडा में बने नए अस्पताल में चिकित्सा सुविधा नहीं

बबलू प्रसाद गुप्ता,

नावाबाजार (पलामू) : नावाबाजार प्रखंड अंतर्गत इटको एनएच 98 मुख्य मार्ग पर अवस्थित स्वास्थ्य विभाग ने 3.50 करोड़ रुपए की लागत से उप स्वास्थ्य केंद्र भवन बनाया। बावजूद यहां चिकित्सीय सेवा शुरू नहीं हुई। लोगों का कहना है कि नावाबाजार प्रखंड 13 वर्ष का हो गया। बावजूद स्वास्थ्य सेवा बहाल नहीं हुई। प्रखंड क्षेत्र की आबादी लगभग 70 हजार है। यह पूरी आबादी आज भी भगवान भरोसे है। यहां मरीजों को डाक्टर नसीब नहीं है। प्रखंड क्षेत्र में एक नहीं दो - दो बने उप स्वास्थ्य केंद्र के आलीशान भवन बेकार साबित हो रहे हैं। इन दोनों जगह पर चिकित्सकों की भ्रमण ड्यूटी नहीं दी गई। साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों की पदस्थापना नहीं की गई। इस कारण प्रसव पीड़ा, स्वास्थ्य सेवा, सड़क दुर्घटना के बाद मरीजों को जिला मुख्यालय की दूरी तय करनी पड़ती है। सुदूरवर्ती क्षेत्र के बीमार लोगों की जान जोखिम में पड़ जाती है। स्थिति और खराब हो जाती है जब कोई रात में बीमार पड़ जाता है। मालूम हो कि विश्रामपुर के विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी अपने स्वास्थ्य मंत्री के कार्यकाल में इन दोनों अस्पताल का निर्माण कराकर उदघाटन किया था। बावजूद स्वास्थ्य सुविधा बहाल नहीं हो सकी। बाक्स:फोटो : 02डीजीजे 18 कैप्शन : शेख सादिर अहमद, समाजसेवी, नावा बाजार।

नावा बाजार प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग ने नावाबाजार के ईटको व कंडा में दो उप स्वास्थ्य केंद्र का

निर्माण कराया। बावजूद यहां चिकित्सक व एएनएम की पदस्थापना नहीं हुई। इससे क्षेत्रवासियों को अब तक स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिली। प्रसव के लिए महिलाओं को मेदिनीनगर ले जाना परेशानी का सबब बन जाता है। शेख सादिर अहमद, समाजसेवी, नावाबाजार। बाक्स: फोटो : 02डीजीजे 21 कैप्शन : अजय कुमार उर्फ दीपक गुप्ता, मुखिया, इटको पंचायत, नावाबाजार। नावाबाजार प्रखंड वासियों को छोटी से छोटी बीमारियों के इलाज के लिए 33 किमी दूर पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर जाना पड़ता है । चिकित्सा के लिए डाक्टर के पास नंबर लगाने से दिखाने व जांच कराने में एक दिन का पूरा समय गुजर जाता है। इलाज के लिए सुबह मेदिनीनगर जाते हैं व रात को घर पहुंचते हैं। समस्या से पलामू के डीसी व सीएस को अवगत कराया गया है। कोई हल नहीं निकला। अजय कुमार उर्फ दीपक गुप्ता,

मुखिया, इटको पंचायत, नावाबाजार। बाक्स : फोटो : 02डीजीजे 19

कैप्शन :जगदीश सिंह खरवार,पंसस, इटको, नावा बाजार। नावा बाजार प्रखंड की जनसंख्या लगभग 70 हजार है। मगर एक भी सरकारी चिकित्सक नियुक्त नहीं है । नावा बाजार प्रखंड वासी भगवान भरोसे झोला छाप से अपनी बीमारी से निजात पाने को दवा ले रहे हैं। क्षेत्र की मां, बहन व बेटियां प्रसव पीड़ा व गंभीर बीमारी से तड़पती रहती हैं। जगदीश सिंह खरवार,पंसस, इटको, नावा बाजार। बाक्स:फोटो : 02डीजीजे 20

कैप्शन :राकेश श्रीवास्तव, बीडीओ, नावा बाजार।

एनएच 98 मुख्य मार्ग पर आए दिन सड़क दुर्घटना होती रहती है। प्रभावितों को समय पर चिकित्सीय लाभ नहीं मिलने से मौत हो जाती है। प्रखंड मुख्यालय में प्राथमिक उपचार के लिए मरीजों की व्यवस्था नहीं रहने के कारण रोगियों को जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। नावाबाजार प्रखंड के लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राकेश श्रीवास्तव, बीडीओ, नावा बाजार। बाक्स: नावाबाजार प्रखंड के ईटको व कंडा में बने नए अस्पताल को जल्द व्यवस्थित किया जाएगा। इन दोनों अस्पताल में एप्रोच पथ की परेशानी है। इसका निदान कराया जाएगा। नई नियुक्ति हो रही है। प्राथमिकता के आधार पर इन दोनों अस्पताल स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। चिकित्सकों को भी ड्यूटी पर लगाया जाएगा।

अनिल कुमार सिंह,सिविल सर्जन,पलामू।


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