51 वर्षो में पहली बार जेएस कालेज का हुआ नैक मूल्यांकन
संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय की अंगीभूत जनता शिवरात्रि कालेज
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय की अंगीभूत जनता शिवरात्रि कालेज का 51 वर्षो में पहली बार नैक मूल्यांकन बुधवार से शुरू हुआ। नैक की तीन सदस्यीय टीम कालेज का मूल्यांकन कर रही है। बुधवार की सुबह करीब नौ बजे मूल्यांकन टीम कालेज पहुंची। प्राचार्य समेत तमाम शिक्षकों से रूबरू हुए। दो दिवसीय मूल्यांकन कार्य के पहले दिन नैक की टीम में शामिल पदाधिकारियों का कालेज प्रबंधन ने स्वागत किया। टीम के समक्ष कालेज के प्राचार्य डा. राणा प्रताप सिंह ने अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या, शिक्षक, उपलब्ध संसाधनों व विभागों से जुड़ी जानकारियों पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी। टीम ने सभी एचीओडी के साथ बैठक की और जानकारियां एकत्रित की। एचओडी के साथ बैठक बरने के बाद सभी शिक्षकों से व्यक्तिगत उपलब्धियों की भी जानकारी ली। इस बीच वाणिज्य, मनोविज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, अंग्रेजी, उर्दू, बीबीए, हिदी विभाग में पहुंचकर संबंधित शिक्षकों से शोध आदि जुड़े मामलों पर बातचीत की। टीम ने परीक्षा विभाग, लेखा विभाग, स्वयं प्रभा कक्ष आदि का मूल्यांकन किया। परीक्षा विभाग में टीम ने इंटर्नल मार्क्स आदि की संचिकाओं का अवलोकन करने के अलावा लेखा विभाग में लेखा संधारण व डेली कलेक्शन रजिस्टर (डीसीआर) की जांच भी की। बाद में पदाधिकारियों ने कालेज के पूर्ववती विद्यार्थियों के साथ बैठकर फीडबैक लिया। बाक्स..कौन-कौन हैं टीम में शामिल
मेदिनीनगर : जेएस कालेज पहुंची नैक की टीम में तीन पदाधिकारी शामिल हैं। इसमें बतौर चेयरमैन उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा पीयूषकांत दीक्षित, मेंबर सेक्रेटरी के रूप में मैनेजटमेंट अलगपा यूनिवर्सिटी तमिलनाडू के फार्मर रजिस्ट्रार डा मानिक भास्कम व सदस्य में रूप में डोटे बांदू साइंस कालेज महाराष्ट्र के प्राचार्य डा पीएएस नायडू शामिल हैं।
बाक्स..1970 में हुई थी कालेज की स्थापना
मेदिनीनगर : पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर स्थित जनता शिवरात्रि कालेज की स्थापना 20 फरवरी 1970 को हुई है। बावजूद 51 वर्षों में पहली बार नैक मूल्यांकन हो रहा है। इसे लेकर कालेज प्रबंधन काफी उत्साहित है। लक्ष्य है कि बेहतर ग्रेड हासिल हो सके। मूल्यांकन को लेकर कालेज में विशेष तैयारियां की गई थी। विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए कई नई सुविधाएं भी बहाल करने के अलावा कबड्डी, वालीबाल व बैडमिटन जैसी खेल की सुविधाएं बहाल की गई। ग्रीन कैंपस व क्लीन कैंपस को आधार बनाकर कालेज में काम हुआ। कालेज परिसर को प्लास्टिकमुक्त घोषित कर दिया गया है। इसके अलावा भी कई तैयारियां की गई थीं।