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ईद-मिलन है आत्मीयता का प्रतीक: नामधारी

मेदिनीनगर : देश में बढ़ती हुई असहिष्णुता की तकाजा है कि विभिन्न धर्मावलंबी एक दूसरे के धर्मों के करी

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jun 2018 05:47 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jun 2018 05:47 PM (IST)
ईद-मिलन है आत्मीयता का प्रतीक: नामधारी
ईद-मिलन है आत्मीयता का प्रतीक: नामधारी

मेदिनीनगर : देश में बढ़ती हुई असहिष्णुता की तकाजा है कि विभिन्न धर्मावलंबी एक दूसरे के धर्मों के करीब आएं। एक जमाना था जब कई इस्लाम धर्मावलंबी भी छठ व्रत किया करते थे। कई हिन्दुओं को मुहर्रम में भाग लेते हुए देखा जाता था। आज के दिन एक दूसरे के प्रति अविश्वास व नफरत क्यों बढ़ी है। इसकी गंभीर मीमांसा होनी चाहिए। सोशल मीडिया ने भी विभिन्न धर्मावलंबियों में मतभेद पैदा करने में काफी बड़ी भूमिका निभाई है। उक्त बातें जेवीएम के युवा नेता दिलीप ¨सह नामधारी ने कही। वे शनिवार को रामगढ़ प्रखंड के बांसडीह खुर्द में आयोजित ईद मिलन समारोह बोल रहे थे। इसका आयोजन स्थानीय लोगों ने किया। नामधारी ने कहा कि मुस्लिम भाई को ईद मुबारक कहें तो उनको हार्दिक प्रसन्नता होती है। कोई मुसलमान ¨हदू भाई को होली या दशहरा की मुबारकबाद दे तो उसको भी कम प्रसन्नता होती। जरूरत है कि समाज की समरसता को और आगे बढ़ाया जाए। लोग एक-दूसरे के धर्म से नफरत नहीं अपितु मुहब्बत करने की प्रेरणा लें। मौके पर नूरताज अंसारी, अली मोहम्मद, शरफुउद्दीन अंसारी, खुश मुहम्मद अंसारी, कमाल अंसारी, तजमुल अंसारी, हाशिम मियां, इम्तियाज अंसारी, मुस्तफा अंसारी, मुख्तार आलम, रामजन्म ¨सह, लक्ष्मण ¨सह, सुरेश ¨सह, शिवनाथ ¨सह, चंद्रधन ¨सह आदि मौजूद थे।

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