पलामू में सामूहिक दुष्कर्म की कराई थी प्राथमिकी, लटकता मिला पति-पत्नी का शव
husband and wife. झारखंड में पलामू के जंगल में दंपत्ति के शव मिले हैं। हत्या की आशंका जताई जा रही है।
पलामू, जेएनएन। महज दस दिन पूर्व मनातू थाने में सामूहिक दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कराने वाली महिला व उसके पति का शव मंगलवार को मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। दोनों का शव नावाबाजार थाना अंतर्गत बघमनवा जंगल के एक पहाड़ पर पेड़ से लटकता मिला। शवों पर जख्म के गहरे निशान थे। प्राथमिकी के बाद से ही पीड़िता व उसका पति गायब थे। दंपत्ति की मौत की सूचना फैलते ही पुलिस पर अंगुली उठने लगी। लोगों ने कहा कि समय रहते दुष्कर्म के आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर लेती तो यह घटना नहीं घटती।
जंगल में दोनों का शव मिलने की सूचना पर नावाजयपुर थाना प्रभारी संतोष कुमार रजक दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पेड़ से उतरवाया। स्थानीय लोगों ने दोनों की पहचान कर बताया कि ये पति-पत्नी हैं। पुलिस ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि इनकी हत्या कहीं और कर आत्महत्या का रूप देने के लिए जंगल में लाकर शव को पेड़ से लटका दिया गया है। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
दस मई को कराया था मामला दर्ज
मनातू थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि महिला ने 10 मई को नावा चुनका गांव निवासी लक्ष्मण भुइयां, रामजी ¨सह व शिवल यादव समेत दो अज्ञात के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। हालांकि तब भी पुलिस सक्रिय नहीं हुई। बताया जाता है कि महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर सामाजिक पंचायत हुई थी। पंचायत में मामले को सलटाने का प्रयास किया गया।
जब बात नहीं बनी तो महिला ने मनातू थाने में तीन नामजद समेत दो अज्ञात के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कराई। प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद से महिला व उसका पति गायब हो गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें ढूंढने का प्रयास नहीं किया। दंपती के परिजनों ने पुलिस पर आरोपितों के बचाने का आरोप लगाया है।
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