केरिपुब के गौरवशाली परंपरा को बनाए रखने का संकल्प
संवाद सहयोगी मेदिनीनगर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 82 वें स्थापना दिवस पर सोमवार को बल के अि
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 82 वें स्थापना दिवस पर सोमवार को बल के अधिकारी व कर्मियों ने सीआरपीएफ के गौरवशाली परंपरा को बनाए रखने का संकल्प लिया। स्थानीय जीएलए कालेज स्थित वाहिनी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के आरंभ में शहीदों के सम्मान में मौन रखा गया है। कमांडेंट अरूणदेव शर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश के नीमच में वर्ष 1939 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का स्थापना क्राउन रिप्रजेन्टेटिव पुलिस के नाम से किया गया था। देश के आजाद होने के बाद तत्कालीन गृह मंत्री सरदार बल्लभभाई पटेल ने इस बल को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल नाम देकर ध्वज प्रदान किया। वर्तमान में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल भारत का ही नही बल्कि विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है। विश्व के विभिन्न देशों के साथ-साथ देश के भी प्रत्येक कोने में बल की टुकड़ियां तैनात है । देश की आंतरिक सुरक्षा में बल का अहम योगदान रहा है। उग्रवादियों के विरूद्ध प्रतिविद्रोहात्मक अभियान, कानून व व्यवस्था बनाए रखना, वीआईपी व वीवीआईपी की सुरक्षा, देश के महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा व चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने में सीआरपीएफ तत्पर रहती है। कमांडेट ने सभी अधिकारी व कर्मियों को स्थापना दिवस की बधाई दी। मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी राजीव कुमार झा व टीएम पेइतै, उप कमांडेंट विजय कुमार व राजमोहन सिंह, चिकित्सा अधिकारी डा. चंदन कुमार सहित134 वाहिनी के अधिनस्थ अधिकारी व कर्मी शामिल हुए।