विक्षिप्त गूंगे बेटे का हाथ-पैर बांधकर लगा ली फांसी, तीन दिन बाद शव मिला
commit suicide in palamu. स्थानीय प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मेदिनीनगर भेज दिया है।
पांकी/सगालीम (पलामू), जेएनएन। पांकी थाना क्षेत्र के डंडारकला गांव के बुढ़वा टोले में 50 वर्षीय सुरेश मोची ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाबत ग्रामीणों ने कहा कि सुरेश मोची अपने 12 वर्षीय विक्षिप्त पुत्र का पैर रस्सी से पलंग में बांधकर खुद फांसी से लटक गया था। घटना तीन दिन पहले की है। सुरेश की मौत के तीन दिन बाद जब घर से बदबू बाहर फैलने लगी तो पड़ोसियों को इसकी भनक लगी।
समाजसेवी विद्यासागर पांडेय सहित कई ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पांकी थाना पुलिस ने थानेदार प्रकाश यादव व पुलिस निरीक्षक की मौजूदगी में घर का दरवाजा तोड़ कर शव निकाला। घर के अंदर का दृश्य देख लोग चकित रह गए। कमरे में सुरेश मोची का शव जहां फंदे से लटका था वहीं उसका 12वर्षीय बेटा पलंग में बंधा था। उसके मुंह और शरीर में जगह-जगह खून भी लगा था। माना जा रहा है कि फंदे पर झूलने के बाद सुरेश मोची के शव से खून टपका होगा जो उसके बेटे के शरीर में लग गया। पुलिस ने कमरे में बंद गूंगे बच्चे को बाहर निकालकर स्नान व भोजन कराया। इसके बाद पांकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे बच्चे को इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
ग्रामीणों के अनुसार सुरेश के सगे भाई छठन मोची की दिसंबर में पांकी- मेदनीनगर पथ के बंसडीहा गांव में सड़क किनारे पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में सुरेश मोची की पत्नी सोहबतिया देवी भी हत्यारोपित है। इसके बाद से सोहबतिया अपनी बेटी के साथ फरार है। घर पर सिर्फ सुरेश मोची अपने विक्षिप्त बेटे के साथ रह रहा था। पत्नी व पुत्री को फरार होने के बाद सुरेश तनाव में रह रहा था।पुलिस के अनुसार ऐसा प्रतीत हो रहा था कि विक्षिप्त ने शव के साथ छेड़छाड़ की हो। उधर विक्षिप्त का शरीर भी खून से सना हुआ था। इसे लेकर तरह-तरह की अफवाहें भी फैली रहीं। शव नोचकर खाने की भी चर्चा रही। स्थानीय प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मेदिनीनगर भेज दिया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट एक दो दिन में आएगी। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। अभी लाश को नोचने की बात कहना गलत होगा।
-डॉ. जॉन एफ कैनेडी, सिविल सर्जन, पलामू।
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