चौबीस घंटे के अंदर पुलिस ने फरार कैदियों को दबोचा
नगर थाना के सामने मार्केंट कॉम्प्लेक्स सह विवाह भवन कोविड सेंटर से भागे तीनों सजायाफ्ता कैदियों को पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर ही पकड़ लिया है।
पाकुड़ : नगर थाना के सामने मार्केंट कॉम्प्लेक्स सह विवाह भवन कोविड सेंटर से भागे तीनों सजायाफ्ता कैदियों को पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर ही पकड़ लिया है। कैदी महबुल अंसारी को रविवार की सुबह ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अंजना गांव से पकड़ लिया गया था। दो कैदी को रविवार की देर रात बंगाल के रामपुरहाट रेलवे स्टेशन से पकड़ा।
पुलिस अधीक्षक मणिलाल मंडल ने सोमवार को बताया कि दो अगस्त की रात कोविड सेंटर से तीन संक्रमित सजायाफ्ता कैदी महबुल अंसारी, अर्जुन सिंह व संजीत कुमार पाल पांच मंजिले भवन के छत से कपड़ों से बनाई रस्सी के सहारे नीचे उतरकर फरार हो गए थे। महबुल नीचे उतरने के क्रम में गिर गया था, जिस कारण उसका पैर टूट गया है। महबुल ऑटो में सवार होकर मुफस्सिल थाना की ओर भाग गया। कैदियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने अंजना गांव से महबुल को पकड़ लिया। अर्जुन सिंह व संजीत पाल बंगाल की ओर भाग निकले। मोबाइल ट्रेस से दोनों का लोकेशन जंगीपुर की ओर बताया। पुलिस टीम ने जंगीपुर के अस्पतालों में भी खोजबीन की, लेकिन दोनों नहीं मिले। दोबारा मोबाइल ट्रेस में रामपुरहाट का लोकेशन आया। पुलिस निरीक्षक गोपाल कृष्ण यादव, अमड़ापाड़ा थाना के अवर निरीक्षक संतोष कुमार दलबल के साथ रविवार की देर रात रामपुरहाट की ओर से कूच किया। रामपुरहाट स्टेशन में देखा कि दोनों एक छोर पर बैठे थे। पुलिस ने पूरी सावधानी बरतते हुए दोनों को पकड़ लिया। दोनों को दूसरे वाहन के माध्यम से पाकुड़ लाया गया। फरार तीनों कैदियों को पुन: कोविड सेंटर में शिफ्ट कराया गया। जमशेदपुर भागने के फिराक में थे दोनों कैदी : कई मामलों में दोषी करार होने के बाद सजा काट रहे अर्जुन सिंह व संजीत कुमार पाल ऑटो के सहारे रविवार की शाम तक रामपुरहाट पहुंच गया था। पुलिस के अनुसार अर्जुन सिंह जमशेदपुर (टाटा) में अखिलेश सिंह गिरोह में काम कर चुका है। अर्जुन सिंह अपने साथ संजीत कुमार पाल को भी जमशेदपुर ले जाने के फिराक में था। रामपुरहाट जाने के क्रम में दोनों ने रास्ते में चिकित्सीय जांच भी कराई। जमशेदपुर पहुंचने के पीछे दोनों की मंशा क्या थी यह तो नहीं पता। लेकिन जमशेदपुर पहुंचकर एक बार फिर संभवत: अखिलेश सिंह गिरोह में दोनों शामिल हो सकते थे।
तीनों के खिलाफ दर्ज मुकदमा : पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महबूल अंसारी के खिलाफ नगर थाना में वर्ष 2018 में चोरी का मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कुल नौ मामले दर्ज हैं। अर्जुन सिंह के खिलाफ वर्ष 2018 में आरटीआइ थाना में सेंधमारी कर चोरी करने का मामला दर्ज है। यह कुख्यात अपराधी है। इसके खिलाफ विभिन्न थानों में पांच मामले दर्ज हैं। संजीत कुमार पाल के खिलाफ भी वर्ष 2018 में अमड़ापाड़ा थाना में मानव तस्करी से संबंधित मामला दर्ज है।