84 लाख की लागत से बन रहा मोयरा मोदक मंदिर
- अंग्रेज सरकार ने 104 वर्ष पूर्व दान में दी थी जमीन - निर्माणाधीन मंदिर में ही होगी मां भगवती क

- अंग्रेज सरकार ने 104 वर्ष पूर्व दान में दी थी जमीन
- निर्माणाधीन मंदिर में ही होगी मां भगवती की पूजा-अर्चना संवाद सूत्र, हिरणपुर (पाकुड़) : वर्ष 1923 में अंग्रेज हुकूमत ने जिस जमीन को दान दिया था, अब उस पर मोयरा मोदक दुर्गा मंदिर का निर्माण हो रहा है। 84 लाख रूपये की लागत से इस मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। निर्माणाधीन मंदिर में ही भव्य तरीके से पूजा-अर्चना होगी। पूजा कमेटी की ओर से पुराने भवन को तोड़कर नए तरीके से मंदिर बनाया जा रहा है। अभी तक मंदिर निर्माण के मद में करीब 24 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इस की आधारशिला वर्ष 1913 में स्व. दयाल दत्ता ने हिरणपुर स्थित घोड़ा हाट परिसर में रखी थी। उस समय हाट परिसर की स्थिति खराब थी। इसलिए अंग्रेज शासन ने वर्ष 1923 में मंदिर निर्माण के लिए हिरणपुर बाजार में करीब चार कट्टा छह धूर जमीन कमेटी के दयाल दत्ता के पुत्र विभूति भूषण दत्ता को दान में दिया था। तब से खपरैल का मंदिर निर्माण कर पूजा-पाठ किया जा रहा है। इसके बाद इस मंदिर के नाम पर शशि मोयरानी ने हाथकाठी में चार बीघा व लखी नारायण दा ने करीब सवा दो बीघा खेती योग्य जमीन मंदिर के नाम दान में दिया था। यही मंदिर का आय श्रोत का मुख्य आधार है। वर्तमान में मोयरा मोदक समुदाय के लोग आगे आकर नए सिरे से मंदिर निर्माण की शुरुआत की है। दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष नंद कुमार दे, चंदन दत्ता व नयन सेन ने बताया कि प्रत्येक वर्ष दुर्गा पूजा भव्य तरीके से मनाते आ रहे है। कोविड को देखते हुए इस वर्ष सरकारी निर्देशों के अनुसार सादगी से दुर्गापूजा मनाया जाएगा। आवश्यक तैयारी की जा चुकी है।
Edited By Jagran