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माघी पूर्णिमा पर साफाहोड़ ने की अराध्यदेव की पूजा

जागरण टीमपाकुड़िया /महेशपुर(पाकुड़) माघी पूर्णिमा पर शनिवार को पाकुड़िया सहित फ

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 06:05 PM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 06:05 PM (IST)
माघी पूर्णिमा पर साफाहोड़ ने की अराध्यदेव की पूजा

जागरण टीम,पाकुड़िया /महेशपुर(पाकुड़) : माघी पूर्णिमा पर शनिवार को पाकुड़िया सहित फुलझिझरी, खक्सा, बड़ासिंहपुर, गणपुरा, हरिपुर, मोंगलाबान्ध आदि दर्जनों गांवों के श्रद्धालुओं ने सपरिवार स्थानीय सिदपुर गर्मकुंड, तिरपितिया नदी एवं जंगीपुर, बहरमपुर, रघुनाथ गंज आदि गंगा घाटों पर डुबकी लगाई। इसके बाद समीप के मंदिरों में पूजा अर्चना की। आदिवासी साफाहोड़ समुदाय के लोगों ने सिदपुर गर्मकुंड में आस्था की डुबकी लगाई और अपने अराध्यदेव भगवान शिव की पूजा अर्चना की।

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महेशपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित बांसलोई नदी के तट पर साफाहोड़ तथा आदिवासी समुदाय के लोगों ने स्नान कर सनातनी परंपरा के अनुसार पहले चांद और उसके बाद शिव की पूजा अर्चना की। पूजा-अर्चना को लेकर श्री श्री 1008 बूढ़ा बाबा महेश्वर नाथ शिवमंदिर के समीप स्थित बांसलोई नदी घाट पर प्रखंड के बिलासपुर, नंदपुर, सांवलापुर, राघोपाड़ा, रामनाथपुर, बिस्टोपुर, जोगनाटोला, लालडांगा, बरमसिया गांव के साफाहोड़ व आदिवासी पहुंचे थे। प्रेम बेसरा, धने टुडू, छोटो मुर्मू, बाबुलाल हांसदा, भजू सोरेन, सुंदरी टुडू, पकलू मरांडी- पुरखा बाबा की पत्नी, छीतो किस्कू, फुलमुनी बेसरा, सनती सोरेन, मुकु बास्की आदि ने बताया कि वे सभी विगत कई वर्षो से यहां माघी पूर्णिमा के अवसर पर पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। बिस्टुपुर गांव निवासी पुरखा बाबा पालटन सोरेन ने बताया कि माघी पूर्णिमा के अवसर पर मां गंगा, चांद, शिव की पूजा अर्चना की जाती है। स्नान के दौरान सूर्य को जल अर्पण भी किया जाता है। पूजा अर्चना के बाद नदी के जल में दान देने की भी परंपरा रही है।


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