कोल कंपनी से क्षतिपूर्ति के लिए सड़क जाम
कोयले के धूलकण से बर्बाद हुई फसल की क्षतिपूर्ति के लिए ग्रामीणों ने मंगलवार को पाकुड़-शहरग्राम पथ को कोलाजोड़ा मोड़ के पास जाम कर दिया। इससे करीब आठ घंटे तक कोयला ढुलाई ठप रही।
जागरण संवाददाता, पाकुड़ : कोयले के धूलकण से बर्बाद हुई फसल की क्षतिपूर्ति के लिए ग्रामीणों ने मंगलवार को पाकुड़-शहरग्राम पथ को कोलाजोड़ा मोड़ के पास जाम कर दिया। इससे करीब आठ घंटे तक कोयला ढुलाई ठप रही। सड़क जाम की खबर मिलते ही नगर थाना की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। प्रभावित लोगों को समझाने का प्रयास किया। खबर भेजे जाने तक कोल कंपनी के कोई अधिकारी जाम स्थल पर नहीं पहुंचे थे।
बरहाबाद के दारा सिंह मुर्मू, चाकू मुर्मू, सकल मुर्मू, कुबराज मुर्मू, मुंशी मुर्मू, चरण मुर्मू आदि ने बताया कि करीब छह-सात वर्षो से बरहाबाद मौजा के जमाबंदी नंबर 49 के दाग नंबर 328, 329, 358 के कुल 15 बीघा जमीन पर लगी धान सहित अन्य फसल बर्बाद हो जा रही है। इसका प्रमुख कारण डंपर से उड़ने वाली कोयला धूलकण है। प्रतिवर्ष हजारों का नुकसान उठाना पड़ता है। कोल कंपनी से शिकायत भी की गई, लेकिन उसपर आजतक अमल नहीं हुआ। बाध्य होकर हमलोगों को सड़क जाम करना पड़ा। उक्त प्रभावित लोगों ने बताया कि कोल कंपनी के अधिकारी कभी भी इस पर विचार नहीं किया। बताया कि कोल कंपनी बर्बाद हुई फसलों की क्षतिपूर्ति मुहैया कराए। इधर, खबर भेजे जाने तक कोल कंपनी के कोई भी अधिकारी जाम स्थल पर नहीं पहुंचे थे। इस कारण लोगों में और भी आक्रोश देखा गया। जाम स्थल पर अमीन हेम्ब्रम, अल्फ्रेड सोरेन, दुबराज मुर्मू, सकल मुर्मू, मंगल मुर्मू सहित दर्जनों की संख्या में ग्रामीण शामिल थे।