लुप्त हो रहे वनोत्पाद की करें रक्षा
अमड़ापाड़ा(पाकुड़) झारखंड विकास परिषद् की ओर से मंगलवार को प्रखंड के डुमरचीर हाट
अमड़ापाड़ा(पाकुड़): झारखंड विकास परिषद् की ओर से मंगलवार को प्रखंड के डुमरचीर हाट मैदान में एक दिवसीय समुदाय स्तरीय वनोत्पाद मेला का आयोजन किया गया । उद्घाटन अंचलाधिकारी सफी आलम , डुमरचीर पंचायत के मुखिया बरसन हेंब्रम, संस्था के सचिव सुवासिनी सोरेन ने किया। इस मेला का उद्देश्य लुप्त हो रहे वनोत्पाद कोदो, मडुआ, सुतली, पत्तेदार सब्जियां, फल-फूल और बीज गुदली, कंद एवं मशरूम को बचाना एवं जंगल का संरक्षण करना है।
अंचलाधिकारी ने कहा कि लुप्त हो रहे वनोत्पाद व जंगल को बचाना होगा क्योकि जंगल है तो मनुष्य जीवित है । आज पूरे ग्लोबल वर्मिग जैसी समस्या उत्पन्न हो रही है । इसे हम सब को रोकना होगा। डुमरचीर पंचायत के मुखिया ने कहा कि पुराने •ामाने में समुदाय की अजीविका पूरी तरह से जंगल पर निर्भर थी। पहले के लोग जंगल से सालों भर पोषण एवं पौष्टिक आहार लेते थे। कुपोषण जैसी समस्या नहीं होती थी। लोग लम्बी आयु प्राप्त करते थे। संस्था के सचिव ने कहा की जन जातीय समुदाय का प्रमुख भोजन बिना खेती के पैदा हुए वनोत्पादों पर निर्भर कंद ,मशरूम और जंगल में पैदा होने वाली हरी पत्तेदार सब्जियां,फल,फूल,और बीज आदि है । यही भोजन जन जातीय समुदाय के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा रहा है। इस कार्यक्रम में पतरापाड़ा, पकलो, बड़ाबास्को संथाली, बास्को पहाड़, निपनिया, सजनीपाड़ा, बड़ाशालघाटी, डुमरचीरपहाड़, पकुडीह, मामामोड़, नूनपाड़ा, गोगाजोर, मालीपाड़ा, जामकुन्दर आदि गांव के लोगों द्वारा वनों उपज का कुल 20 स्टॉल लगाएं गए थे । इस मौके पर झारखंड विकास परिसद के मनोरंजन सिंह, मनीषा नदी, अजय मुर्मू, फूलमुनी सोरेन, सजोनी, मिनी सोरेन,मनोज ठाकुर,कैलाश कुमार, थोमस टुडू आदि मौजूद थे ।