हत्या के बाद गांव में तनाव, मस्जिद में गाड़ा चोड़का
फोटो फाइल संख्या 13 पीकेआर 4578 में - फुलझिझरी की सुरूज हांसदा की निर्मम हत्या के बा
फोटो फाइल संख्या 13 पीकेआर 4,5,7,8 में - फुलझिझरी की सुरूज हांसदा की निर्मम हत्या के बाद गांव में तनाव, पुलिस कर रही कैंप
-घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मस्जिद में जड़ा ताला, प्रवेश पर लगाई पाबंदी
संवाद सूत्र, पाकुड़िया (पाकुड़) : फुलझिझरी गांव निवासी सुरूज हांसदा की निर्मम हत्या के बाद ग्रामीण काफी आक्रोशित हो उठे। गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पाकुड़िया थाना पुलिस व जैप के जवान रात में ही गांव पहुंच गए थे। पुलिस पदाधिकारी व जवान गांव में दिनभर कैंप करती रही। गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पुलिस पदाधिकारियों ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की। आभूषण के प्रलोभन में आकर फुलझिझरी गांव के मुमताज अंसारी ने पत्थर से कूचकर सुरूज की हत्या कर दी थी। आक्रोशित लोगों ने मस्जिद और मदरसा में ताला जड़ दिया और चोड़का गाड़ दिया। यानी एक बांस गाड़ कर उसपर हरा झंडा या पुआल लगा दिया गया है। यह कार्य आदिवासी समाज के प्रधान की ओर से किया जाता है।
शव पहुंचने के बाद लोग हुए आक्रोशित : गुरुवार को सुरूज का शव गांव पहुंचते ही आदिवासी समाज के लोग काफी आक्रोशित हो गए। गांव स्थित मस्जिद और मदरसा के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया। चोड़का गाड़कर मस्जिद व मदरसा में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी। ग्रामीणों ने बताया कि गांव का मस्जिद मृतका सुरूज की जमीन पर ही बना है। चोड़का गाड़ने के समय काफी संख्या में आदिवासी पुरूष व महिलाएं मौजूद थे। चोड़का गाड़ने के बाद पुलिस ने महिलाओं को समझा-बुझाकर घर वापस भेज दिया, लेकिन तनाव उस समय भी बरकरार था। गांव में तनाव है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। गुरुवार को पुलिस निरीक्षक उमाशंकर, पाकुड़िया थाना प्रभारी चंदन कुमार गुप्ता गांव पहुंच ग्रामीणों से वार्ता शुरू की। खबर भेजे जाने तक पुलिस व ग्रामीणों के बीच वार्ता चल रही थी। पुलिस गांव में डटी हुई थी। पुलिस के अनुसार ग्रामीणों को समझाया गया है।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को मिली राहत : आदिवासी महिला सुरूज की हत्या के महज छह घंटे के अंदर आरोपित मुमताज को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली। गिरफ्तार के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। इस निर्मम हत्या के बाद आरोपित को गिरफ्तार नहीं करने की स्थिति में पुलिस को भारी आक्रोश का सामना करना पड़ सकता था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न सिर्फ आरोपित को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की, बल्कि सुरूज से छीने गए जेवर भी बरामद कर लिए गए। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा कुछ कम हुआ था।
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एसपी ले रहे थे पल-पल की जानकारी : घटना के बाद पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन ने पाकुड़िया थानेदार को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। नतीजा यह हुआ कि महज छह घंटे के अंदर आरोपित को पकड़ लिया गया। एसपी घटना के बाद थानेदार व अन्य पुलिस पदाधिकारियों से पल-पल की जानकारी लेते रहे। एसपी के अनुसार ग्रामीणों से वार्ता हुई है। मामला बिल्कुल शांत है। ग्रामीणों से अपील किया गया है कि आपस में शांति व्यवस्था बनाएं रखें। पुलिस का सहयोग करें। दोषी को पकड़ लिया गया है। उसे कड़ी सजा दिलाया जाएगा।
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मृतका के घर उमड़ी भीड़ : मृतका सुरूज का शव पोस्टमार्टम कराने के बाद गुरुवार की दोपहर फुलझिझरी पहुंचा। शव पहुंचते ही मृतका के घर भीड़ उमड़ पड़ी। दिल दहला देने वाली इस घटना को सुनते ही सभी के आंखें भर आई। बेटा दहाड़ मारकर रोने लगा। अन्य स्वजन का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मृतका का पुत्र रोबेन के आंसू नहीं थम रहे थे। रोबेन ने कहा कि सपने में भी नहीं सोचा था कि उसकी मां की इतनी निर्मम हत्या कर दी जाएगी। देर शाम ग्रामीणों व स्वजनों ने शव को आदिवासी रीति-रिवाज से दफना दिया।
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घटना के बाद ससुराल में छिप गया था मुमताज : बुधवार की रात फुलझिझरी गांव के मुमताज अंसारी ने फुलझिझरी-धोबना गांव के बीच सुनसान जगह पर सुरूज की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी थी। सूरूज के आभूषण को मुमताज उसी समय अपने घर पर छिपाकर रखा था। इसके बाद देर रात वह दुमका जिलांतर्गत शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के झुनकी गांव में अपने ससुराल में जाकर छिप गया। पुलिस को छापेमारी के दौरान पता चला कि आरोपित झुनकी गांव में छिपा हुआ है। पुलिस ने बिना देरी किए झुनकी गांव की ओर रवाना हो गए। उसे उनके ससुराल से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने ही पुलिस को बताया कि सुरूज के शव को घटना स्थल के बगल में ही दफना दिया गया है। पुलिस ने रात्रि करीब दो बजे शव को बरामद कर लिया था।