विद्यालयों में रखें एमडीएम से संबंधित कागजात
पाकुड़ समग्र शिक्षा अभियान की ओर से मध्याह्न भोजन सामाजिक अंकेक्षण को लेकर स्थानीय राजकीय
पाकुड़ : समग्र शिक्षा अभियान की ओर से मध्याह्न भोजन सामाजिक अंकेक्षण को लेकर स्थानीय राजकीय मध्य विद्यालय में मंगलवार को जिला स्तरीय सामाजिक अंकेक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्घाटन जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्गा नंद झा व अंकेक्षण दल के डीआरपी अनंत कुमार मंडल ने किया। इसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी ने प्रधानाध्यापकों को सोशल ऑडिट के बारे में जानकारी दी गई।
कहा कि विद्यालयों में मध्याह्न भोजन से संबंधित सभी तरह के कागजात और पंजियों को दुरुस्त रखें। सामाजिक अंकेक्षण के दौरान सोशल ऑडिट टीम को प्रधानाध्यापक पूरा सहयोग करें और मांगे जाने वाले सभी तरह के कागजात उसके समक्ष प्रस्तुत करें, ताकि टीम को सामाजिक अंकेक्षण करने में कोई परेशानी न हो। डीएसई ने कहा कि झारखंड सरकार के दिशानिर्देश पर विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना का सामाजिक अंकेक्षण होना है। इसका उद्देश्य बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना है। सामाजिक अंकेक्षण के क्रम में एमडीएम से संबंधित सभी तरह की पंजी, बैंक पासबुक, बच्चों का नामांकन, उपस्थिति और एमडीएम खाने वाले बच्चों की संख्या आदि की जांच की जाएगी। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि बच्चों को मेन्यू के अनुसार एमडीएम मिल रहा है या नहीं। अभिभावकों, शिक्षकों, प्रबंधन समिति और बाल संसद के साथ बैठक कर एमडीएम से संबंधित सभी पंजियों का सत्यापन भी किया जाएगा। रिसोर्स परसन अनंत मंडल ने कहा कि जिले के सभी प्रखंडों के 120 विद्यालयों में एमडीएम का सामाजिक अंकेक्षण किया जाएगा। सामाजिक अंकेक्षण का उद्देश्य है कि मध्याह्न भोजन योजना से समाज पर हो रहे सकारात्मक प्रभाव, विद्यालय प्रबंधन समिति की भूमिका का आंकलन करना है। इस मौके पर बीईईओ दीनबंधु मोदी, बीपीओ गणेश भगत, एपीओ एमलीन सुरीन, ईप्सिता तिर्की, शबनम तब्बसूम, उज्जवल ओझा, एड़ीपीओ जयेन्द्र मिश्रा सहित चयनित स्कूलों के प्रधानाध्यापक मौजूद थे ।
तीन चरणों में होगा अंकेक्षण
जिले के सभी प्रखंडों के चयनित 120 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन का सामाजिक अंकेक्षण तीन चरणों में होगा। पहला चरण 03-07 सितंबर तक, दूसरा चरण 11 सितंबर से 01 अक्टूबर तक तथा तीसरा अंतिम चरण 10 से 31 अक्टूबर तक होगा।।