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दिवाकालीन विद्यालय के शिक्षक को नौ माह से मानदेय नहीं

लिट्टीपाड़ा (पाकुड़) आदिम जनजाति के बच्चों में शिक्षा का अलख जगाने वाले शिक्षकों को न

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 05:16 AM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 06:19 AM (IST)
दिवाकालीन विद्यालय के शिक्षक को नौ माह से मानदेय नहीं
दिवाकालीन विद्यालय के शिक्षक को नौ माह से मानदेय नहीं

संसू, लिट्टीपाड़ा (पाकुड़): आदिम जनजाति के बच्चों में शिक्षा का अलख जगाने वाले शिक्षकों को नौ माह से मानदेय नहीं मिला है। इस कारण उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है। बता दें कि लिट्टीपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के दिवकालीन विद्यालय का संचालन प्राथमिक विद्यालय कचना सूरजबेड़ा, मुकरी, बड़ा मारगो, तेतुलकुड़िया व दसगोड़ा तथा अमड़ापाड़ा प्रखंड क्षेत्र के पाडेरकोला, निपानिया, बरमसिया व सजनीपाड़ा हो रहा है। इन विद्यालयों में अनुबंध पर शिक्षकों की बहाली गई है, लेकिन इन्हें मार्च माह से मानदेय नहीं मिला है। शिक्षक रामप्रसाद पुजहर ने बताया कि मानदेय नहीं मिलने से परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है। वहीं कई विद्यालय के शिक्षक नियमित विद्यालय आना भी छोड़ दिए हैं। इस वजह से आदिम जनजाति के बच्चों को नियमित शिक्षा नहीं मिल रही है।

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विभाग से आवंटन नहीं मिला है। इस कारण दिवाकालीन विद्यालय के शिक्षकों का मानदेय नहीं दिया गया है। आवंटन के लिए विभाग को रिमाइंडर भेजा गया है। बकाये मानदेय का भुगतान जल्द ही कर दिया जाएगा।

बीजन उरांव, जिला कल्याण पदाधिकारी, पाकुड़


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