पाकुड़ के डेंगू मरीज नहीं पहुंचते सरकारी अस्पताल
संसपाकुड़ पाकुड़ शहरी क्षेत्र तथा इससे सटे मुहल्ले एवं गांवों में डेंगू का प्रकोप है। वहां डेंगू के कई मरीज पाये जाने की सूचना मिली है। लेकिन सदर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था संतोषजनक नहीं होने के कारण इसके मरीज वहां इलाज कराने नहीं पहुंचते हैं। अभी तक प्रशासन की ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए कोई कदम भी नहीं उठाया गया है। हालांकि नगर परिषद ने शहरी क्षेत्र में एक दो बार फागिग मशीन से छिड़काव कराया है। शहर के बिजली कालोनी निवासी रणजीत चौधरी ने सोमवार को सिविल सर्जन को पत्र लिखकर यहां के कई मुहल्लों में डेंगू फैलने की जानकारी दी तथा इसकी रोकथाम के लिए छिड़काव करने एवं फॉगिग करने की मांग की है। पत्र की प्रति उपायुक्त एवं मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया है। उन्होंने लिखा है कि उनकी बेटी प्रीति कुमारी(25) डेंगू से पीड़ित है और बेहतर इलाज के लिए
संस,पाकुड़: पाकुड़ शहरी क्षेत्र तथा इससे सटे मुहल्ले एवं गांवों में डेंगू का प्रकोप है। वहां डेंगू के कई मरीज पाये जाने की सूचना मिली है। लेकिन सदर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था संतोषजनक नहीं होने के कारण इसके मरीज वहां इलाज कराने नहीं पहुंचते हैं। अभी तक प्रशासन की ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए कोई कदम भी नहीं उठाया गया है। हालांकि नगर परिषद ने शहरी क्षेत्र में एक दो बार फागिग मशीन से छिड़काव कराया है।
शहर के बिजली कालोनी निवासी रणजीत चौधरी ने सोमवार को सिविल सर्जन को पत्र लिखकर यहां के कई मुहल्लों में डेंगू फैलने की जानकारी दी तथा इसकी रोकथाम के लिए छिड़काव करने एवं फॉगिग करने की मांग की है। पत्र की प्रति उपायुक्त एवं मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया है। उन्होंने लिखा है कि उनकी बेटी प्रीति कुमारी(25) डेंगू से पीड़ित है और बेहतर इलाज के लिए उसे हाजीपुर भेजा गया है। वहीं डेंगू से पीड़ित उनके पड़ोसी विवेक कुमार मंडल अपना इलाज शहरकोल के डॉ अनुज से करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी डॉक्टर से शहरकोल की शकीला बीबी भी डेंगू का इलाज करा रही हैं। उन्होंने पत्र में कहा है कि यहां के तलवाडांगा, महुवाडांगा, शिवपुरी कालोनी, छोटी अलीगंज, बड़ी अलीगंज में भी कई लोग डेंगू के शिकार हुए हैं। कुछ डेंगू से पीड़ित कुछ मरीज भागलपुर और पटना के अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। इस बाबत सिविल सर्जन डॉ एसएन झा ने बताया कि यहां के सदर अस्पताल में डेंगू के किसी मरीज के पहुंचने की सूचना नहीं है।