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झारखंड के लिट्टीपाड़ा में 26 बरस से धधक रही धर्मांतरण की आग

लिट्टीपाड़ा प्रखंड के पहाड़ी इलाकों में धर्मांतरण की आग 26 बरस से धधक रही है। मिशनरी संस्थाओं से जुड़े लोग वर्ष 1992 से यहां सक्रिय हैं।

By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 03:55 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 04:52 PM (IST)
झारखंड के लिट्टीपाड़ा में 26 बरस से धधक रही धर्मांतरण की आग

जागरण संवाददाता, पाकुड़। झारखंड में पाकुड़ स्थित लिट्टीपाड़ा प्रखंड के पहाड़ी इलाकों में धर्मांतरण की आग 26 बरस से धधक रही है। मिशनरी संस्थाओं से जुड़े लोग वर्ष 1992 से यहां सक्रिय हैं। मामले को लेकर गठित विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह गुरुवार को टीम के साथ लिट्टीपाड़ा के आधा दर्जन गांवों में गए। वहां ग्रामीणों से पूछताछ की। बंटी नामक एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरोप है कि मिशनरी से जुड़े लोग भोले-भाले पहाड़िया व आदिवासी समाज के लोगों की गरीबी का फायदा उठाकर प्रलोभन के बल पर धर्मांतरण करा रहे हैं। लिट्टीपाड़ा प्रखंड के अधिकतर गांवों में पहाड़िया व आदिवासी समुदाय के लोग ही निवास करते हैं।

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इधर, आदिवासी समुदाय का एक समाज साफाहोड़ जो शिव का उपासक है, उसने धर्मांतरण को प्रेरित कर रहे लोगों का पुरजोर विरोध किया। इसके चलते कई गांवों में धर्मांतरण नहीं हुआ। साफाहोड़ समाज के सदस्य इलाके में हिंदू धर्म का प्रचार करने के साथ धर्मांतरण न करने की नसीहत आदिवासी और पहाड़िया समाज के लोगों को दे रहे हैं। साफाहोड़ के एक सदस्य ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि इलाके में मिशनरी सक्रिय हैं। 90 फीसद पहाड़िया व 60 फीसद आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कराया गया है। जो इससे बचे हैं, उनको हम सब धर्म परिवर्तन से रोक रहे हैं, ताकि हमारी सांस्कृतिक विरासत बच सके।

धर्म परिवर्तन कर चुके बंटी से पूछताछ: हिरणपुर के सुंदरपुर गांव निवासी बंटी स्वर्णकार ने दो वर्ष पूर्व ईसाई धर्म ग्रहण किया था। आरोप है कि अब वह भी इलाके में धर्मांतरण कराने में सक्रिय है। इसके एवज में उसे रकम मिलती है। कुछ माह पूर्व बंटी ने एक लड़की पर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया था। एसडीपीओ ने गुरुवार को बंटी को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। बाद में उसे छोड़ दिया गया।

गोविंदपुर में बनती है योजना: हिरणपुर के गोविंदपुर गांव में करीब आधा दर्जन परिवारों ने धर्मांतरण किया है। मिशनरीज की उपस्थिति में धर्मांतरण कराने की योजना इसी गांव में बनती है। कामोगोड़ा गांव के तीन परिवारों का भी धर्म परिवर्तन कराया गया है।

लिट्टीपाड़ा में धर्मांतरण के मामलों की बात सामने आई है। जांच के लिए एसआइटी का गठन हुआ है। पुलिस छानबीन कर रही है।

-शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल, पुलिस अधीक्षक, पाकुड़।

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