चाइल्ड लाइन के सहयोग से रुकी नाबालिग की शादी
हिरणपुर(पाकुड़) बच्चों की मददगार संस्था चाइल्ड लाइन व उत्क्रमित उच्च विद्यालय डांगापाड़ा के
हिरणपुर(पाकुड़): बच्चों की मददगार संस्था चाइल्ड लाइन व उत्क्रमित उच्च विद्यालय डांगापाड़ा के शिक्षकों की सक्रिया से गम्हरिया गांव की नाबालिग लड़की की शादी होने से बच गई।
गम्हरिया गांव के मड़ैया टोला के एक नाबालिग लड़की की शादी बोरियो थाना क्षेत्र के राजोन गांव में 28 दिसंबर को तय की गई थी। यह लड़की उत्क्रमित उच्च विद्यालय डांगापाड़ा में कक्षा नौ की छात्रा है। लड़की की शादी तय होने के बाद परिवार वालों शादी की तैयारी शुरू कर दी। जैसे इस नाबालिग के शादी की सूचना शिक्षक आनंद कुमार भगत को लगी वह शादी रुकवने को तैयार हो गए। शिक्षक ने बताया कि छात्रा काफी होनहार है। वह आगे पढ़ने को भी इच्छुक है। जबरदस्ती शादी को लेकर विरोध जताया गया। इधर इस घटना की सूचना मिलने साथ गुरुवार शाम को जनलोक कल्याण परिषद के चाइल्ड लाइन की सदस्य उर्मिला विश्वास , श्रीनाथ भंडारी, मगरू अंसारी व मल्लिका प्रमाणिक ने गम्हरिया में लड़की के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की और लड़की से भी पूछताछ की। लड़की ने शादी से इन्कार करते हुए पढ़ने की इच्छा जताई। इस पर चाइल्ड लाइन ने परिवार के सदस्यों को सख्त चेतावनी देते हुए हिदायद दी कि शादी को अविलम्ब रोक दिया जाय। अन्यथा आवश्यक कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इधर लड़की के पिता ने बताया कि गरीबी के कारण वह अपनी बेटी की शादी करना चाहते थे। इसलिए शादी की बात पक्की कर दी गई थी। यदि बच्ची को नवोदय विद्यालय में नामांकन कर दिया जाय तो यह शादी रोक देंगे। इस संबंध में चाइल्ड लाइन के निदेशक विनोद प्रमाणिक ने बताया कि 18 वर्ष से कम उम्र के लड़की की शादी गैरकानूनी है। किसी भी हालात में नाबालिग लड़की की शादी होने नहीं दी जाएगी। लड़की की शादी को लेकर चाइल्ड लाइन द्वारा कड़ी निगरानी की जाएगी। कहा कि लड़की का कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में नामांकन कराया जाएगा।