योग हमारी संस्कृति रक्षक और दिव्यता प्रदान करने वाली विद्या : स्वामी दिव्य देव जी
जागरण संवाददाता लोहरदगा पतंजलि योग समिति भारत स्वाभिमान के तत्वावधान में रविवार को सरस्वत
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : पतंजलि योग समिति भारत स्वाभिमान के तत्वावधान में रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर बड़की चांपी में आचार्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आचार्य कुलम रांची के स्वामी दिव्य देव जी शामिल हुए। मौके पर उन्होंने कहा कि योग हमारी संस्कृतिरक्षक और दिव्यता प्रदान करने वाली विद्या है। छात्रों को मूल्य और संस्कृति आधारित शिक्षा देना हमारा कर्तव्य है। पूर्व प्रांत प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि योग में असाध्य रोगों को समाप्त करने की अछ्वुत क्षमता है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत चालक सच्चिदानंद अग्रवाल, वनवासी कल्याण केंद्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कृपाशंकर सिंह, विष्णुदत्त पांडेय, शिवशंकर सिंह ने भी अपने-अपने विचार से सभी को प्रभावित किया। इस अवसर पर पतंजलि के जिला प्रभारी सह मुख्य योग प्रशिक्षक प्रवीण कुमार भारती ने कहा कि योग हमारे मूल में है। वर्तमान समय में योग से ही अपना स्वास्थ्य को अच्छा बनाया जा सकता है, जो ऋषि मार्ग में चलेगा वही भारत का भविष्य बनाएगा। मौके पर पैंतीस शिक्षकों को योग आयुर्वेद तथा शिक्षा और समाज के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पतंजलि द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ हीं गांव-गांव व टोला-मोहल्ले में योग शिविर के आयोजन करने का संकल्प दिलाया गया। इस आयोजन में सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य मनोहर प्रसाद एवं उनकी टीम के साथ लोहरदगा दंत चिकित्सा केंद्र के विशेषज्ञ चिकित्सक डा. टी. साहू, डा. आरती कुमारी व जेपी स्पोर्ट्स, लोहरदगा का योगदान सराहनीय रहा। इस अवसर पर आचार्य शरतचंद्र आर्य, भूषण प्रसाद, यदुनंदन तिवारी, शिवराज विजय, प्रवीण कुमार विद्रोही, प्रदीप पाठक, राम सुभग राय, विजय जायसवाल, कृष्ण चैतन्य ब्रह्मचारी, सुरेश चन्द्र पांडेय, विनोद राम, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।