31 जनवरी को दी जाएगी पोलियो की खुराक
लोहरदगा स्वास्थ्य और समाज कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक उपायुक्त दिलीप कुमार ट
लोहरदगा : स्वास्थ्य और समाज कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में हुई। जिसमें पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम-2021 को लेकर कार्ययोजना की समीक्षा की गई और विभिन्न बिदुओं पर उपायुक्त ने संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि 31 जनवरी को जिले के सभी 589 बूथों में पोलियो की खुराक 0-5 वर्ष के बच्चों को पिलाई जाएगी। इस अभियान में कोई भी बच्चा नहीं छूटे इसका ख्याल रखना है। पोलियो खुराक पिलाने के क्रम में कोविड के गाइडलाइन का भी पालन कराया जाए। उन्होंने कहा कि 1-2 फरवरी को डोर-टू-डोर जाकर पोलियो की खुराक पिलाने के कार्यक्रम में भी पूरी ईमानदारी बरतें। स्वास्थ्य उपकेंद्रों व आंगनबाड़ी केंद्रों में कोई भी बच्चा नहीं छूटे। पोलिया अभियान के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करना है। किसी केंद्र पर लक्ष्य से कम बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाती है तो संबंधित सेविका-सहायिका व पदाधिकारी इसके लिए जिम्मेवार होंगे। अभियान को सफल बनाने के लिए प्रोजेक्ट लेवल पर सभी सीडीपीओ व एमओआइसी की बैठक कर लें। जिन केंद्रों पर बच्चों को पहुंचने में परेशानी है वहां मोबाइल वैन के जरिए पोलियो की खुराक पहुंचाई जाए। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी पोलियो की खुराक पिलाने की व्यवस्था हो। पोलियो की खुराक पिलाने वालों का प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया जाए ताकि उन्हें किसी प्रकार की समस्या नहीं हो। इसके साथ-साथ कोरोना से बचाव के लिए भी लोगों को जागरूक किया जाए। बैठक में उप विकास आयुक्त अखौरी शशांक सिन्हा, समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की, डॉ शंभूनाथ चौधरी, सभी एमओआइसी, सभी सीडीपीओ, मलेरिया कार्यक्रम पदाधिकारी, टीबी कार्यक्रम पदाधिकारी, जेएसएलपीएस प्रतिनिधि अभय कुमार समेत अन्य उपस्थित थे। 79,850 बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो खुराक
सिविल सर्जन डा. विजय कुमार ने बताया कि इस वर्ष जिले में कुल 589 केंद्रों पर 79,850 बच्चों को पोलियो रोधी खुराक देना है। इसके लिए 55 मोबाइल टीम, 1422 वैक्सीनेटर, 71 सुपरवाइजर, 644 हाउस टू हाउस टीम का इस्तेमाल किया जाएगा। स्वास्थ्य के विभिन्न इंडीकेटर्स की भी हुई समीक्षा
बैठक में स्वास्थ्य के विभिन्न इंडीकेटर्स की भी समीक्षा की गई। इसमें एएनसी फर्स्ट की समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिन स्वास्थ्य उपकेंद्रों में कम एएनसी हुआ है उसकी समीक्षा करते हुए लक्ष्य को पूरा करें एएनसी फर्स्ट विद फर्स्ट ट्रायमेस्टर में जिले की उपलब्धि 88 प्रतिशत रही है लोहरदगा जिला इस मामले में राज्य में दूसरे स्थान पर रहा। उपायुक्त ने कहा कि जिन केंद्रों पर एएनसी में कम महिलाएं आ रहीं हैं उनके लिए वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। एएनसी के बाद उन्हें फूड पैकेट दें। संस्थागत प्रसव को शत-प्रतिशत किया जाए।