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सेन्हा प्रखंड में काम करने में महिलाएं भी कम नहीं

मनरेगा के तहत काम करने को लेकर पुरुष मजदूर के साथ-साथ महिलाएं आगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Dec 2020 10:27 PM (IST)Updated: Sun, 27 Dec 2020 10:27 PM (IST)
सेन्हा प्रखंड में काम करने में महिलाएं भी कम नहीं
सेन्हा प्रखंड में काम करने में महिलाएं भी कम नहीं

संवाद सूत्र, सेन्हा (लोहरदगा) : मनरेगा के तहत काम करने को लेकर पुरुष मजदूर के साथ-साथ महिला मजदूर भी पीछे नहीं हैं। महिलाएं मनरेगा के तहत काम करने को लेकर आगे आ रही हैं। यही कारण है कि पुरुष भले ही रोजगार की तलाश में पलायन करें, पर महिलाएं पलायन नहीं करती हैं। रोजगार को लेकर महिलाओं की जागरुकता से प्रशासन भी राहत की सांस ले रही है। गांव में काम मिलने से महिलाएं परिवार का सहारा भी बन पा रही हैं। पुरुषों को घर में आर्थिक मदद मिलती है।

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कई योजनाओं में मिल रहा है काम

महिलाओं को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में काम मिल रहा है। महिलाएं छोटी-छोटी योजनाओं के माध्यम से रोजगार पा रही हैं। जिससे महिलाओं को पलायन नहीं करना पड़ रहा है। लोहरदगा जिले के सेन्हा प्रखंड में मनरेगा मेठ के रुप में भी महिलाएं काम कर रही हैं। मजदूरों को काम देने के साथ-साथ खुद भी रोजगार पा रही हैं। महिलाएं बिरसा बा़गवानी, दीदी बाड़ी योजनाएं महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। सेन्हा प्रखंड में 384 महिलाओं का काम देख कर मनरेगा में रोजगार उपलब्ध करा कर लोगों को काम दे रही हैं।

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कितनी महिलाओं ने किया काम

इस वित्तीय वर्ष में दीदी बाड़ी, कूप, नाली निर्माण, भूमि समतलीकरण, बिरसा ग्राम बा़गवानी योजना में महिलाएं चार लाख 84 हजार 660 मानव दिवस में काम चुकी हैं। इन कार्यों के माध्यम से महिलाएं मजदूरी ले चुकी हैं। वहीं पुरुष मजदूर में सेन्हा प्रखंड में छह लाख दस हजार 683 मानव दिवस में काम कर चुके हैं। कुल मानच दिवस में से 44 प्रतिशत मजदूरी महिलाओं के नाम है। क्या कहती है महिलाएं

सेन्हा (लोहरदगा) : महिला मजदूर संतोषी उरांव का कहना है कि घर-गांव में काम मिलने से काम करने में अच्छा लगता है। इससे पलायन करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। महिला मजदूर कहलाने में कोई शर्म नहीं है। काम मिले तो इससे अच्छी क्या बात है। आर्थिक रुप से मजबूत होने का मौका मिल रहा है। क्या कहते हैं अधिकारी

सेन्हा (लोहरदगा) : सेन्हा बीपीओ अरविद कुमार का कहना है कि महिलाएं काम करने के लेकर आगे आ रही हैं। पहले ऐसी स्थिति नहीं थी। सेन्हा प्रखंड में 14 हजार जॉब कार्डधारी हैं। जिसमे कुल मजदूर की संख्या 29170 है। इसमें पुरुष मजदूर की संख्या 15 हजार 170 है। जबकि महिला मजदूर की संख्या 14 हजार है।


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