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धनतेरस पर जमकर हुई खरीदारी, बाजार रहे गुलजार

जागरण संवाददाता लोहरदगा लोहरदगा जिले में धनतेरस पर जम कर खरीददारी हुई। बाजार में ध

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 09:38 PM (IST)Updated: Thu, 12 Nov 2020 09:38 PM (IST)
धनतेरस पर जमकर हुई खरीदारी, बाजार रहे गुलजार
धनतेरस पर जमकर हुई खरीदारी, बाजार रहे गुलजार

जागरण संवाददाता, लोहरदगा : लोहरदगा जिले में धनतेरस पर जम कर खरीददारी हुई। बाजार में धन की बर्षा हुई। लोगों ने अपनी आवश्यकता और मान्यताओं को लेकर सामानों की खरीददारी की। लंबे समय के बाद बाजार में रौनक छाई। सोने-चांदी के सिक्के, जेवरात, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति की बिक्री हुई। बर्तन दुकान, इलेक्ट्रानिक प्रतिष्ठान, वाहनों के शो-रुम में भी ग्राहकों की भीड़ उमड़ी। झाडू, पूजा के सामान व अन्य सामानों की बिक्री को लेकर भी लोग बाजार पहुंचे। ग्राहकों की भीड़ देख कर दुकानदारों के चेहरे पर खुशी नजर आई। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच लोगों ने त्योहार को लेकर अपनी खुशी दिखाई। बाजार में लोग एक स्थान पर ज्यादा भीड़ न लगाएं, इसे लेकर प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए थे। धनतेरस को लेकर बाजार गुलजार नजर आए। लंबे समय के बाद व्यवसायियों को इस बार अच्छा कारोबार देखने को मिला। लोहरदगा में इस बार धनतेरस को लेकर बाजार की रौनक देखते ही बन रही थी। लोहरदगा में विगत दो दिनों के दौरान मौसम में बदलाव को लेकर दुकानदार थोड़े सशंकित नजर आ रहे थे। हालांकि गुरुवार को मौसम पूरी तरह से साफ हो गए। जिससे दुकानदारों में खुशी देखी गई। धनतेरस और दीपावली के साथ-साथ छठ महापर्व को लेकर बाजार फिर एक बार चमक उठा है। ज्यादातर लोगों ने पहले से बुकिग कराए गए सामान को अपने घर ले गए। धरतेरस के दिन लोहरदगा के बाजार में लगभग 6-7 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। सर्राफा दुकानों में रही सबसे अधिक भीड़

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: धनतेरस को लेकर गुरुवार को सर्राफा दुकानों में सबसे अधिक भीड़ देखने को मिली। सोने-चांदी के सामानों की खरीदारी सबसे अधिक हुई। मंहगाई के बाद भी लोगों ने मान्यता और अपनी आवश्यकता को लेकर सोने-चांदी के सिक्के, बिस्किट, जेवरात आदि की खरीददारी यही कारण है कि सर्राफा व्यवसायियों ने ग्राहकों की मांग के अनुरूप सोने और चांदी के सिक्के, आभूषण आदि का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में रखा है। सोने और चांदी की कीमतों में उछाल के बावजूद लोग धनतेरस के मौके पर सोने और चांदी के सिक्के खरीदने नहीं भूलते हैं। हर वर्ग और लोगों की आर्थिक स्थिति के अनुरूप सर्राफा व्यवसायियों द्वारा उनके पसंद के सामान का स्टॉक तैयार रखा गया था। बाजार की रौनक लौटी

: धनतेरस बाजार में शुभ मुहूर्त पर लोगों ने अपने-अपने जरूरत के सामानों की खूब खरीदारी की। हालत यह रही कि लोगों को पैदल चलने के लिए जगह कम पड़ रही थी। शहर के पावरगंज चौक से लेकर मुख्य पथ में अपर बाजार में राणा चौक तक सड़क में दुकानें सजी हुई थी। शहर के लोगों ने अपनी आर्थिक क्षमता के अनुरूप मनपसंद और जरूरत के सामानों की खरीददारी की। धन, वैभव, यश, लक्ष्मी, प्रगति, उन्नति, सुख-शांति की कामना को लेकर धनतेरस के दिन सामानों की खरीददारी के लिए लोगों की भारी भीड़ बाजार में उमड़ी थी। शहरी क्षेत्र से लेकर प्रखंड मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने अपने जरूरत के अनुरूप सामानों की खरीददारी की। जिसमें सोना-चांदी के जेवरात, छोटे-बड़े वाहन, इलेक्ट्रानिक सामान की खरीदारी हुई। शहरी क्षेत्र में एक से बढ़कर एक सजी दुकानें लोगों को अपनी ओर आकर्षिक करते हुए ग्राहकों को लुभा रही थी। ऐसा लग रहा था मानो दीपावली से पहले पूरा बाजार रौशन हो गया है। वाहनों की खरीदारी में लोगों ने दिखाई रुचि

: धनतेरस के मौके पर छोटे-बड़े वाहनों की खरीदारी की परंपरा काफी पुरानी रही है। इसमें भी लोगों ने अपनी अधिक रुचि दिखाई। शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने हीरो, होंडा, यामाहा के मोटरसाइकिल और स्कूटी के साथ-साथ कई कंपनी के टैक्टर, स्कार्पियो, बोलेरो, मारुति, टेंपो, पिकअप सहित अन्य वाहनों की खूब खरीदारी हुई। धनतेरस पर छोटे-बड़े वाहनों की खरीददारी के लिए पहले से ही लोगों ने अपने जरूरत के वाहनों की बुकिग करा रखा था। ऐसे में धनतेरस के शुभ मुहूर्त में वाहन घर लाने के लिए लोग आतुर नजर आए। लोहरदगा के बाजार में मोटरसाइकिल-स्कूटी, टेंपो, मारूति एवं ट्रैक्टर की खरीद सबसे अधिक हुई। बर्तन दुकानों में भी लोगों की लगी रही भीड़

: धनतेरस पर बर्तनों की खरीदारी की भी परंपरा रही है। इस वर्ष भी लोगों ने पीतल, तांबा, कांसा और स्टील के बर्तनों की खूब खरीदारी की। ग्राहकों की सबसे ज्यादा भीड़ इन्हीं दुकानों पर लगी रही। ग्राहकों की भीड़ की संभावना को देखते हुए दुकानदारों ने बेहतर तैयारी कर रखी थी, जिसे लेकर दुकानें सड़क पर आ गई थी। धनतेरस को लेकर पावरगंज से लेकर राणा चौक तक और न्यू रोड में लगभग एक सौ से ज्यादा दुकानें धनतेरस को लेकर सजी हुई थी। दुकानदारों ने बर्तन दुकानों को भी आकर्षक ढंग से सजाया था। जहां पर लोगों ने पूजा व अपने जरूरत के लिए घरेलू उपयोग के बर्तनों के साथ लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं आदि की खरीददारी की। गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति और मिट्टी के सामानों की हुई बिक्री

: धनतेरस पर लोगों ने लक्ष्मी-गणेश के मिट्टी की प्रतिमाएं खरीदी। साथ ही दीया, ग्वालिन, घोड़ा, हाथी, गुल्लक आदि की खरीदारी की। इसके अलावा लोगों ने विशेषकर महिलाओं ने झाडू की भी खरीदारी की। साथ ही मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाली सामग्रियों की जमकर खरीदारी की। पूजन सामग्री की इसमें प्राथमिकता थी। खूब बिके घरेलू सजावट के सामान

: धनतेरस और दीपावली को लेकर घरेलू सजावट के सामान भी खूब बिके। बिजली की लरियां, स्वास्तिक, लक्ष्मी-गणेश के स्टिकर, पोस्टर, प्राकृतिक वादियों के पोस्टर के अलावा अन्य सामानों की भी खूब बिक्री हुई। लोगों ने दीपावली पर घर को रोशन करने को लेकर अपनी जेब के हिसाब से खरीदारी की। धनतेरस पर अन्य वर्षों की अपेक्षा इस साल बाजार ज्यादा गुलजार रहा।


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