आदिवासी सरना समाज प्रकृति के पुजारी : चंद्रदेव
लोहरदगा : आदिवासी छात्र संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रदेव उरांव ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि आदिवासी सर
By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jun 2018 09:00 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jun 2018 09:00 PM (IST)
लोहरदगा : आदिवासी छात्र संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रदेव उरांव ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि आदिवासी सरना समाज प्रकृति के पुजारी हैं, आदिवासी सरना समाज को सनातन कहने वाले भैरो ¨सह से आदिवासी समाज जानना चाहता है कि सरना समाज और सनातन कैसे हो गए। उन्होंने कहा है कि यह बयान देकर आदिवासी समाज को दिगभ्रमित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सनातन के सभी संस्कार पुरोहित के बिना संभव नहीं है परंतु आदिवासियों में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा है कि घाघरा प्रखंड के समीर भगत के द्वारा देवी मंडप का जो विवाद शुरू किया गया है वह प्रकृति और आकृति की लड़ाई है।
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