पूरे गांव को नुकसान पहुंचा रहा था इसलिए मार डाला
डायन बिसाही के आरोप में मार गया सहराई उरांव
संवाद सूत्र, सेन्हा (लोहरदगा) डायन-बिसाही के आरोप में मारे गए सहनई उरांव के संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि सुकरा उरांव का छोटा सहनई उरांव ओझागुणी का काम करता था। उसी ने बड़े भाई बिरसा उरांव को मार डाला। वह पूरे गांव को नुकसान पहुंचा रहा था इसलिए ग्रामीणों ने उसे मार डाला और शव गांव के बड़का टोली पंचायत भवन के पास फेंक दिया। जिसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। डायन-बिसाही के आरोप में हत्या की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे डीएसपी परमेश्वर प्रसाद ने मृतक के बेटे के बयान लेने के बाद जांच-पड़ताल की कार्रवाई शुरू की। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में जो भी शामिल होंगे उनकी गिरफ्तारी निश्चित है। इधर डीएसपी के निर्देश के बाद सेन्हा थाना पुलिस हत्या के कारणों की पड़ताल करते हुए अग्रेतर कार्रवाई में जुट गई है। घटना स्थल पर पहुंचने वालों में डीएसपी परमेश्वर प्रसाद, इंस्पेक्टर केश्वर प्रसाद साहू, सेन्हा थाना प्रभारी सिद्धेश्वर महथा, अनि धनंजय पासवान, सअनि गोवर्धन तुरी के साथ सेन्हा थाना के जवान शामिल थे। मृतक के पुत्र के बयान पर 15 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज संवाद सूत्र, सेन्हा (लोहरदगा) : सेन्हा थाना क्षेत्र के झालजमीरा बड़का टोली गांव में अंधविश्वास में हुई सहनई उरांव की हत्या के मामले में मृतक के पुत्र एतवा उरांव के बयान पर सेन्हा थाने में 15 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। सेन्हा थाना पुलिस को एतवा उरांव ने दिए बयान में कहा है कि पिताजी खेती-बाड़ी कर एवं पशुओं की चरवाहा का काम थे। घटना की रात मेरे घर में मेरा चचेरा भाई धनकुमार उरांव, गांव का लालो उरांव व प्रदीप उरांव आए और बताया कि आपका भाई बिरसा उरांव अंतिम सांस ले रहा है, जाकर पानी दे दो। इसके बाद मैं और पिताजी चाचा बिरसा उरांव के घर गए। जहां पर बिरसा उरांव का छोटा बेटा सुभाष उरांव डंटा लेकर दौड़ा, इसे देख उसके पिता भागने लगे। जिसके बाद गांव के शनिचरवा उरांव घंटी बजा कर ग्रामीणों को एकत्रित किया। एक-एक कर सभी आने लगे और पिताजी के विरुद्ध डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए उग्र हो गए। इसी बीच ग्रामीण पिताजी पर टूट पड़े और लाठी-डंडा से पीट-पीटकर, लात-मुक्का से मारकर व पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी। ग्रामीणों के उग्र रूप को देखकर एतवा उरांव वहां से भाग गया। जिसके बाद मंगलवार की सुबह स्थानीय चौकीदार को पूरी घटना की जानकारी देते हुए सेन्हा थाना पुलिस को सूचना देने का अनुरोध किया। पुलिस ने मृतक के बेटे एतवा उरांव के बयान पर 15 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर लिया है।