कोरोना से बचाव के लिए टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, आइसोलेट और वैक्सीनेट का अनुपालन करें : दिलीप कुमार टोप्पो
जागरण संवाददाता लोहरदगा समाहरणालय के सभा कक्ष में सोमवार को कोविड-19 के प्रसार को र
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : समाहरणालय के सभा कक्ष में सोमवार को कोविड-19 के प्रसार को रोकने, बचाव, रोकथाम, समुचित नियंत्रण हेतु कोविड-19 जांच के पुनरीक्षित लक्ष्य निर्धारण, उचित नमूना संग्रह तथा सघन निगरानी करने से संबंधित बैठक सोमवार को समाहरणालय के सभागार में उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में हुई। जिसमें संक्रमण रोकने के लिए ठोस उपायों पर चर्चा की गई। मौके पर उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, आइसोलेट और वैक्सीनेट का अनुपालन करें। साथ हीं लोहरदगा जिले में प्रतिदिन 2500 कोविड-19 का नमूना इकट्ठा कर जांच कराने का निर्देश उपायुक्त ने दिया। इसमें आरएटी माध्यम से 1000 और आरटीपीसीआर माध्यम से 1500 नमूना इकट्ठा किए जाने की बात कही। ट्रू-नेट किट का उपयोग कोविड-19 जांच के इमरजेंसी केस, डेथ केस में करने का निर्देश दिया। आरएटी नमूना जांच का परिणाम पॉजिटिव आने पर उनका आरटीपीसीआर नमूना लेकर आइएलएस भुवनेश्वर भेजने का निर्देश दिया। बैठक में अपर समाहर्ता अखौरी शशांक सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी अरविद कुमार लाल, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय परमेश्वर प्रसाद, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा. शंभूनाथ चौधरी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की, जिला परिवहन पदाधिकारी अमित बेसरा, नगर पर्षद कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र कुमार, डीडीएमओ विभाकर कुमार, सभी बीडीओ-सीओ, चिकित्सा प्रभारी, एपीडेमियोलॉजिस्ट प्रशांत चौहान, डीडीएम जाहिद, डीपीएम नाजिश अख्तर व अन्य उपस्थित थे। पंचायत स्तर पर स्टैटिक आरएटी बूथ तैयार करें
सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को कोविड-19 जांच हेतु पंचायत स्तर पर एक-एक स्टैटिक आरएटी बूथ तैयार करने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि लक्ष्य के अनुरूप जांच में गति लाई जाए। ओमिक्रोन प्रभावित दूसरे देशों या अन्य राज्यों यथा महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, केरल, दिल्ली, कर्नाटक आदि से जिले में आए हुए व्यक्तियों तथा उनके संपर्क में आये हुए व्यक्तियों की ट्रेवल हिस्ट्री, कॉन्टैक्ट ट्रेसिग तथा लक्षण के आधार पर उनका कोविड-19 की जांच हेतु नमूना एकत्रित किया जाय। जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाये जाते हैं उनके 30 संभावित कॉन्टैक्ट की पहचान कर उनकी तत्काल जांच सुनिश्चित किया जाए। होम आइसोलेशन के अतिरिक्त अन्य आइसोलेशन सेंटर भी विकसित किए जाएं। प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए बेड तैयार किया जाए। आवश्यकतानुसार कन्टेंन्मेंट जोन व माइक्रो कन्टेन्मेंट जोन विकसित किए जाएं। स्लम एवं स्लम जैसी बस्तियों, हाट बाजार इत्यादि में अवस्थित लोगों का वैन के माध्यम से कैंप कराकर जांच हेतु सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था की जा सकती है। आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों से नियमित रूप से बातचीत की जाए ताकि उनके वास्तविक स्थिति की जानकारी हो सके। जांच किट की मांग करें
बैठक में सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शंभूनाथ चौधरी ने बताया कि जिले में कोविड नमूना की जांच करने के लिए आरएटी किट की कमी हो सकती है जबकि ट्रूनेट किट की आपूर्ति नहीं है। आरटीपीसीआर किट मात्र 3700 ही उपलब्ध हैं। इस बिदु पर उपायुक्त ने निर्देश दिया एनआरएचएम प्रबंध निदेशक से किट संबंधी आवश्यकता की आपूर्ति के लिए मांग पत्र जिला स्तर से भेजा जाए ताकि जांच के लक्ष्य को निर्बाध रूप से प्राप्त किया जा सके। ऑक्सीजन सिलिडर तैयार रखें, पीएसए ऑक्सीजन प्लांट शुरू कराएं
उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने निर्देश दिया कि जिले में उपलब्ध सभी ऑक्सीजन सिलिडर को भरकर आपात स्थिति के लिए तैयार कर लिया जाए। चिरी, और सेन्हा स्थित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ करा लिया जाए साथ ही भंडरा के मेनी फोल्ड ऑक्सीजन की शुरुआत कर जांच कर ली जाए। चिरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हिरही स्थित समर्थ आवासीय विद्यालय, कस्तूरबा जनजातीय छात्रावास, बसारडीह स्थित अस्पताल, कल्याण आवासीय विद्यालय, ब्रह्मणडीहा स्थित विद्यालय को आपात स्थिति के लिए तैयार किया जाए ताकि कोविड से प्रभावित गंभीर मरीजों को उक्त स्थानों में भर्ती किया जा सके। इसके लिए बेड भी तैयार रखें। मास्क और दूरी का अनुपालन सुनिश्चित कराएं
बैठक में उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि दोपहिया वाहन चालक अगर बिना मास्क व हेल्मेट के वाहन चलाते हुए पाए जाते हैं तो उनपर कार्रवाई हो। इसके अलावा ट्रिपल राइडिग, ओवर स्पीडिग वालों पर भी कार्रवाई हो। जिले में कार्यरत जो भी सरकारी कर्मी अन्य जिलों से आते हैं उन्हें जिला में ही रहकर कार्य करने का निर्देश दिया गया। यात्री रेलगाड़ी से आने जाने वालों पर विशेष जांच की जाए। इसके अलावा जिला में कार्यरत कंट्रोल रूम को सक्रिय करने, कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि होने व अधिक संख्या में संक्रमित पाने वाले क्षेत्र को क्लस्टर के रूप में चिन्हित करने व चिन्हित क्षेत्रों की सघन निगरानी का निर्देश दिया गया। प्रखंड स्तर पर नियमित रूप से कोविड टास्क फोर्स की बैठक करने, सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क, शारीरिक दूरी का पालन कराने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल कराने का निर्देश बीडीओ-सीओ को दिया गया। सदर अस्पताल उपाधीक्षक को एक सप्ताह के भीतर विभिन्न रिक्त पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया को पूर्ण करने का निदेश दिया गया ताकि कर्मियों की कमी को दूर किया जा सके। 15-18 वर्ष के सभी योग्य लोगों को करें वैक्सीनेट
उपायुक्त ने कहा कि आज से 15-18 वर्ष के योग्य बच्चों का टीकाकरण प्रारंभ कर दिया गया है। इसमें सभी योग्य लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करें। जो विद्यालय और इंटर कॉलेज के बच्चे इसके दायरे में आते हैं उन्हें निश्चित रूप से टीकाकरण किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि जांच के लिए जिला को प्राप्त लक्ष्य व टीकाकरण में अगर किसी प्रकार की लापरवाही होती है तो संबंधित पदाधिकारी व कर्मी के ऊपर कार्रवाई की जाएगी और लक्ष्य प्राप्त नहीं होने का कारण उन्हें ही माना जाएगा। समेकित बाल विकास परियोजना, सहिया, जेएसएलपीएस, तेजस्विनी परियोजना की टीम को भी कार्य मे भागीदारी हेतु तैयार करने का निर्देश दिया गया। जिला शिक्षा अधीक्षक सह जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि 15 वर्ष से ऊपर के योग्य बच्चों का वैक्सीनेशन प्रारंभ है। इसके लिए शिक्षकों की जवाबदेही तय करें। पुन: उपायुक्त ने कहा कि निदेशानुसार पांच रणनीति टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, आईसोलेट तथा वैक्सीनशन का अनुपालन सुनिश्चित करें।