अलौदी ने महुआ टोली को 5-4 से हराया
लोहरदगा : करमा पर्व के मौके पर नवयुवक फुटबॉल क्लब चुरकू महुआ टोली के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसी
लोहरदगा : करमा पर्व के मौके पर नवयुवक फुटबॉल क्लब चुरकू महुआ टोली के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का समापन हुआ। इसमें अलौदी ने महुआ टोली को 5-4 से हराकर खिताब जीत लिया।
प्रतियोगिता का सफल संचालन बुद्धेश्वर उरांव की अगुवाई हुआ। इस प्रतियोगिता में कुल 32 टीमों ने भाग लिया था। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हॉकी एवं कुश्ती संघ के सचिव अजीत भगत, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित अलौदी पंचायत समिति सदस्य सुखमनी उरांव ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर फाइनल मैच का शुभारंभ किया। फाइनल मैच महुआ टोली और अलौदी के बीच हुआ। मैदानी खेल काफी रोमांच भरा रहा, परंतु परिणाम 0-0 रहा। ट्राई ब्रेकर में अलौदी ने महुआ टोली को 5-4 से हराकर फाइनल मैच जीत लिया। तीसरे स्थान पर नीम टोली की टीम रही। चौथा स्थान भगत टोली अलौदी की टीम को मिला। मौके पर अजीत भगत ने कहा कि भारतीय फुटबॉल टीम को 1956 में वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिला था। भारत सरकार द्वारा खिलाड़ियों को जूता नहीं देने की वजह से टीम प्रतियोगिता से बाहर हो गई थी। आज भी हमारे देश में सरकार जूता नहीं दे पा रही है। इसलिए हमारे लोहरदगा में भी खाली पैर फुटबॉल खेला जा रहा है। यही कारण है की आज भी विश्वकप या ओलंपिक तो दूर की बात है, हम एशियाड गेम में नहीं खेल पा रहे हैं। मौके पर सुषमा उरांव, बिशु उरांव, चंद्रपाल उरांव, महावीर उरांव, अर¨वद उरांव, प्रभात उरांव, संतोष उरांव सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।