आदिवासी समुदाय विश्व गुरु : बंधन तिग्गा
राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा, भारत की जिला इकाई द्वारा गुरुवार को भगवान बिरसा मुंडा की जंयती के मौके पर जुरिया सोबरन टोली में अंतर्राष्ट्रीय सरना धर्म महासम्मेलन सह प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। मौके पर सोबरन टोली में सामूहिक प्रार्थना पाहन सोमनाथ उरांव व महेश उरांव की अगुवाई में संपन्न हुई। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए सरना धर्मगुरू बंधन तिग्गा का शंख नदी पर भव्य स्वागत किया गया जहां धर्म गुरू
लोहरदगा : राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा की जिला इकाई द्वारा गुरुवार को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर जुरिया सोबरन टोली में अंतर्राष्ट्रीय सरना धर्म महासम्मेलन सह प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। मौके पर सोबरन टोली में सामूहिक प्रार्थना पाहन सोमनाथ उरांव व महेश उरांव की अगुवाई में हुआ। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए सरना धर्मगुरू बंधन तिग्गा का समाज के लोगों ने शंख नदी पर भव्य स्वागत किया।धर्म गुरू ने शंख नदी तट पर स्थापित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया उन्हें याद किया। तत्पश्चात मोटरसाइकिल जुलूस के साथ धर्म गुरू का भव्य आगवानी हुई। उन्होंने कहा कि आज लगातार 20 वर्षों से प्रार्थना सभा के माध्यम से पूरे देश में आध्यात्मिक कार्यक्रम चलाया जा रहा है, ताकि हम अपने आदिवासी धर्म को सु²ढ़ व संरक्षिक कर सकें। आदिवासी समाज कर्म व धर्म से धनी है। उन्होंने समाज की स्थिति को मजबूत करने के लिए युवाओं से आगे आने की अपील की है। मौके पर गौतम उरांव, बिरी भगत, विष्णु उरांव, शिवशंकर टाना भगत, बालमुनी उरांव, जगदीप भगत, राखी उरांव, राधा तिर्की, खदिया उरांव, मंगलदेव उरांव, सत्यनारायण उरांव, सोमनाथ उरांव, सतीश उरांव, रामवतार भगत, सोमनाथ लकड़ा, सुरेंद्र उरांव, बालमुनी उरांव, बसंती उरांव, गुंजा उरांव, ¨बदेश्वर उरांव, सुखदेव उरांव, सोमा उरांव, मंगल उरांव, सोमनाथ उरांव, शंकर टाना भगत के अलावे बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के सदस्य मौजूद थे।